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Ranjini Prathamo Bhag class 6 - RBSE Board: रञ्जिनी प्रथमो भाग 6वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurरञ्जिनी प्रथमो भागः कक्षा 6वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 6वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।
Ranjini Tritiyo Bhag Class 8 - RBSE Board: रञ्जिनी तृतीयो भाग 8वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipurरञ्जिनी तृतीयो भागः कक्षा 8वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 8वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।
Ruchira Bhag 3 Sanskrit class 8 - NCERT: रुचिरा तृतीयो भाग संस्कृतपाठ्यपुस्तकम् अष्टमवर्गाय 8th NCERT
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadतृतीयो भागः अष्टमवर्गाय संस्कृतपाठ्यपुस्तकम्, रुचिरा पुस्तक शृङ्खला अपने नाम के अनुसार रुचिवर्धक सामग्री से विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं में संस्कृत भाषा के प्रयोग में कुशलता तो देगी ही साथ ही संस्कृत भाषा तथा साहित्य के प्रति उनमें अपेक्षित अभिरुचि भी उत्पन्न करने में समर्थ होगी, ऐसा विश्वास है। इसी शृङ्खला का तृतीय पुष्प रुचिरा तृतीयो भागः संशोधित संस्करण 2017 छात्र-छात्राओं के लिए प्रस्तुत है। इसके निर्माण में इस बात का ध्यान रखा गया है कि कक्षा में शिक्षक और विद्यार्थियों की अन्तःक्रिया प्रश्नोत्तर माध्यम से संस्कृत में ही हो जिससे विद्यार्थी सरल संस्कृत वाक्यों को समझने, बोलने, पढ़ने और लिखने का कौशल विकसित कर सकें। रुचिरा के इस भाग में कुल 15 पाठ हैं जिनमें छह पद्यात्मक तथा तीन संवादात्मक या नाट्यरूप हैं। शेष पाठ कथात्मक या निबन्धात्मक हैं।
Ruchira Dviteeyo Bhag class 7 - NCERT - 23: रुचिरा द्वितीयो भागः ७वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadरुचिरा पुस्तक शृङ्खला अपने नाम के अनुसार रुचिवर्धक सामग्री से विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं में संस्कृत भाषा के प्रयोग में कुशलता तो प्रदान करेगी ही, साथ ही संस्कृत साहित्य के प्रति उत्सुकता एवं सम्मान भी पैदा करेगी। इसी शृङ्खला का द्वितीय पुष्प रुचिरा द्वितीयो भाग: (पुनरीक्षित संस्करण 2018) छात्र-छात्राओं के लिए प्रस्तुत है। इस पुस्तक के निर्माण में इस बात का ध्यान रखा गया है कि कक्षा में शिक्षक और विद्यार्थियों की अन्तःक्रिया प्रश्नोत्तर माध्यम से संस्कृत में ही हो, जिससे विद्यार्थी संस्कृत के सरल वाक्यों को समझने, बोलने, पढ़ने और लिखने की कुशलता विकसित कर सकें। संस्कृत भाषा की छन्दः सम्पदा की लय एवं गेयता का आनन्द छात्रों को प्राप्त हो, एतदर्थ कुछ नवीन गीत भी इस पुस्तक में दिये गए हैं। पाठ्य सामग्री को रोचक बनाने के लिए कुछ पाठों की रचना संवाद अथवा नाट्य-शैली में की गई है। वर्णनात्मक-पाठों में 'पण्डिता रमाबाई', 'विश्वबन्धुत्वम्' और 'अमृतं संस्कृतम्' एवं कथा पाठों में 'दुर्बुद्धिः विनश्यति' (पञ्चतन्त्र की संपादित कथा), ‘स्वावलम्बनम्’, ‘समवायो हि दुर्जयः' आदि में प्रेरणास्पद विषयवस्तु को प्रस्तुत किया गया है। राष्ट्रध्वज के महत्त्व को बताने के लिए संवादात्मक शैली में 'त्रिवर्णः ध्वज:' पाठ को इस पुस्तक में समाहित किया गया है।
Ruchira Prathamo Bhag class 6 - NCERT - 23: रुचिरा प्रथमो भागः ६वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadसंस्कृत की रुचिरा शृंखला की तीनों पुस्तकें उपरोक्त वैचारिक आधार पर विकसित की गई हैं। इस शृंखला की पहली पुस्तक रुचिरा प्रथमो भागः (पुनरीक्षित संस्करण 2018) आपके सामने प्रस्तुत है। अपने नाम के अनुरूप इसे रुचिकर बनाने का यथासंभव प्रयास किया गया है। पुस्तक-निर्माण का मुख्य उद्देश्य यह रहा है कि संस्कृत के सरल वाक्यों को समझने, बोलने, पढ़ने और लिखने की विद्यार्थियों की क्षमता के विकास में यह सहायक हो। यहाँ संस्कृत भाषा-शिक्षण पर बल है। इस पुस्तक के प्रारंभिक तीन पाठों में ऐसे शब्दों को समेटने का प्रयास किया गया है जो विद्यार्थियों के दैनंदिन जीवन से जुड़े हैं। कुछ रूढ़िबद्ध धारणाओं से अलग हटकर नयी भूमिकाओं में लोगों को दिखाया गया है। यथा चालिका शब्द। इसके साथ दिया गया चित्र अर्थ का विस्तार करते हुए टैक्सी चलाती स्त्रियों को दर्शाता है। यद्यपि सामाजिक रूढ़ियों के कारण उनकी संख्या कम है। कठिन शब्दों का अर्थ-बोध कराने हेतु छात्रों की सुविधा के लिए प्रत्येक पाठ के अन्त में दिया गया शब्दार्थ (संस्कृत-हिन्दी-अंग्रेज़ी) इस पुस्तक की विशेषता है।
Ruchira Tritiyo Bhag class 8 - NCERT - 23: रुचिरा तृतीयो भागः ८वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadतृतीयो भागः अष्टमवर्गाय संस्कृतपाठ्यपुस्तकम्, रुचिरा पुस्तक शृङ्खला अपने नाम के अनुसार रुचिवर्धक सामग्री से विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं में संस्कृत भाषा के प्रयोग में कुशलता तो देगी ही साथ ही संस्कृत भाषा तथा साहित्य के प्रति उनमें अपेक्षित अभिरुचि भी उत्पन्न करने में समर्थ होगी, ऐसा विश्वास है। इसी शृङ्खला का तृतीय पुष्प रुचिरा तृतीयो भागः संशोधित संस्करण 2017 छात्र-छात्राओं के लिए प्रस्तुत है। इसके निर्माण में इस बात का ध्यान रखा गया है कि कक्षा में शिक्षक और विद्यार्थियों की अन्तःक्रिया प्रश्नोत्तर माध्यम से संस्कृत में ही हो जिससे विद्यार्थी सरल संस्कृत वाक्यों को समझने, बोलने, पढ़ने और लिखने का कौशल विकसित कर सकें। रुचिरा के इस भाग में छह पद्यात्मक तथा तीन संवादात्मक या नाट्यरूप हैं। शेष पाठ कथात्मक या निबन्धात्मक हैं।
Salila Sanskrit Samanya class 9 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: सलिला संस्कृत सामान्य कक्षा 9वी - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.सलिला संस्कृत सामान्य पाठ्यपुस्तक कक्षा 9वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठ्यपुस्तक में प्राचीन रचनाओं के साथ आधुनिक संस्कृत रचनाओं का भी समावेश किया गया है। कुछ पाठों के आंरभ में पाठ के संदर्भ दिए गए हैं, छात्रों की सुविधा के लिए 'शब्दार्थाः' शीर्षक के अन्तर्गत पाठ में नवीन शब्दों के हिन्दी में अर्थ दिए गए हैं। कुछ पाठों के अंत में पाठ की विषयवस्तु को पूरी तरह खोलने के लिए भिन्न प्रकार की सामग्री दी गई है। जैसे 'भारतीवसन्तगीतिः' के अंत में सारे श्लोकों का अन्वय और अर्थ बताया गया है। वहीं प्रत्यभिज्ञानम्' पाठ में एक श्लोक है जिसका अर्थ अंत में दिया गया है। इसी तरह ‘भ्रान्तो बालः पाठ के अंत में 'पाठयामास' या 'बोधयामास' अपेक्षाकृत रूप से कम प्रचलित शब्दों के बारे में बताया गया है। पाठ्यपुस्तक के अंत में व्याकरण खंड है। उसमें छात्रों की आवश्यकतानुसार संक्षेप में व्याकरण के नियमों को प्रस्तुत किया गया है।
Sanskrit class 10 - GSTB: સંસ્કૃત ધોરણ ૧૦
by Gstbધોરણ 10 સંસ્કૃતનું પાઠ્યપુસ્તક છે જેમાં 20 પ્રકરણ અને 5 અધ્યાય આપેલ છે.
Sanskrit class 11 - GSTB: संस्कृत कक्षा 11
by Enjoy Nectar Mehul Shah Shailesh Ojha L V. Joshi Shri Rawal Pvt. Kamlesh Kumar VI. Precision Convener. Pvt. Mansukh K Moliaवेदामृतम् આ બધા વેદમંત્રોમાં રહેલું ભાવતત્ત્વ સમગ્ર માનવસમાજને આવરી લે છે. એમાં લિંગ, વય કે જાતિ દેશનો ભેદ ક્યાંય દષ્ટિગોચર થતો નથી. विना वृक्षं गृहं शून्यम् ભૃગુના આ તર્કો માનવીય શરીર અને તેમાં ચાલી રહેલી પ્રક્રિયાની વિશેષતઃ જ્ઞાનેન્દ્રિયોની આસપાસ ફરે છે. માણસ જેમ પોતાની જુદી જુદી ઇન્દ્રિયોથી જુદા જુદા પ્રકારનાં જ્ઞાન મેળવી લે છે અને તે જ્ઞાન મુજબ વર્તન કરે છે, તેમ વૃક્ષ પણ કરે છે. આ વાત કહીને ભૃગુએ વૃક્ષમાં ચૈતન્ય-જીવ હોવાની માન્યતાને પ્રસ્થાપિત કરી આપી છે. અહીં જે પદ્ય છે, તે બધાં અનુષ્ટુપ છંદમાં છે. वर्षावर्णनम् આ કાવ્યની ખૂબી એ છે કે તેમાં વર્ષા ઋતુનું વર્ણન અત્યંત સુંદર શબ્દોમાં થયું છે. અહીં ઉપમા અલંકારનો પ્રયોગ રમણીય છે. વળી, ઉપમાન તરીકે પસંદ કરેલા પદાર્થો ખૂબ જ આકર્ષક છે. જેમકે ત્રીજા પદ્યમાં રાત્રિના પ્રારંભે અંધારામાં ચમકતા આગિયાઓને પાખંડી લોકો સાથે અને નહિ દેખાતા ગ્રહોને વેદો સાથે સરખાવ્યા છે. કલિયુગમાં પાપનું સામ્રાજ્ય પ્રવર્તે છે. તેથી પાખંડીઓનો પ્રભાવ જોવા મળે છે, જ્યારે વેદો સાવ ભૂલાઈ જાય છે. છઠ્ઠા શ્લોકમાં ઘાસથી ઢંકાઈ ગયેલા માર્ગોને અભ્યાસના અભાવે વીસરાઈ ગયેલા વેદજ્ઞાન સાથે અને સાતમા શ્લોકમાં વાદળોના આગમનથી હરખાઈ ગયેલા મયૂરોને ગૃહસ્થ લોકો સાથે સરખાવવામાં આવ્યા છે. પાંચમા શ્લોકમાં નવવારિનિપેવયા અને હરિનિવયા શબ્દોના પ્રયોગમાં યમકની ચમકૃતિ છે. આ બધાં પદ્યો અનુષ્ટુપ છંદમાં છે.दशकं धर्मलक्षणम् . , भस्मावशेषं मदनं चकार , उपनिषद् रससुधा , नाटयमेतन्मया कृतम्, मोहमुदगर: ,काव्यमधुबिन्दव: , अनेकार्थसप्तकम्, पृथुचरितम् , किन्तोः कुटिलता , हनूमद्भीमसेनयोः संवादः,चतस्त्री विधा:,ननु वर्णितोडसि , रजुः भस्म भवत्विति ,शकुन्तलाप्रत्याख्यानम् , किं नाम व्यक्तित्वम्, होलिकोत्सवः,अग्य्राणां शतमुद्दिष्टम् . વગેરે પાઠો સરસ રીતે પ્રસ્તુત કરેલ છે
Sanskrit class 11 Guide book - GSTB: સંસ્કૃત ધોરણ 11 - જીએસટીબી
by Navneetધોરણ 11ના સંસ્કૃત વિષયની ગાઈડ બુક છે.
Sanskrit class 9 - GSTB: સંસ્કૃત ધોરણ ૯
by Shri Maharudra K. Sharma Kamlesh Chokshi. Mansukh Molia Mohini Dave Smitabhain Joshiઆ પાઠ્યપુસ્તકમાં સંસ્કૃતના ભાષાકીય, સાહિત્યિક તેમજસાંસ્કૃતિક વૈવિધ્યને લક્ષ્યમાં લીધેલું છે. જરૂર જણાય ત્યાં વિદ્યાર્થીઓની વયકક્ષાને અનુરૂપ કેટલાંક સંપાદન તેમજ સ્વતંત્ર પાઠની સંરચના કરવામાં આવી છે. સંસ્કૃત સંભાષણનાં પાસાંને આવરી લેવાયાં છે. સંસ્કૃત ભાષાનો સઘન પરિચય થાય તે માટે સઘળાં પદોની વિસ્તૃત સમજૂતી અપાઈ છે. સંસ્કૃત સાહિત્યનાં વિવિધ સ્વરૂપોને અહીં પ્રતિનિધિત્વ અપાયું છે. પ્રસ્તુત પાઠ્યપુસ્તક દ્વારા વિદ્યાર્થીઓમાં સર્જનાત્મકતા, વિચારશક્તિ અને તર્કશક્તિ વિકસે અને તે દ્વારા સર્વાગી વિકાસ થાય તેમજ અધ્યયન અધ્યાપન પ્રક્રિયામાં મદદરૂપથાય તે રીતે પાઠ્યપુસ્તક તૈયાર કરવામાં આવ્યું છે.
Sanskrit class 9 Guidebook - GSTB: સંસ્કૃત ધોરણ ૯ - જીએસટીબી
by Navneetધોરણ ૯ ના સંસ્કૃત વિષયની નવનીત છે.
Sanskrit Semester 1 class 6 - GSTB: संस्कृत सेमेस्टर 1 कक्षा 6 - जीएसटीबी
by Narendra Raval Kanu Karkar Ruta Parmar Paresha Thakarઆ પુસ્તક ધોરણ 6 નું સંસ્કૃત (પ્રથમ સત્ર ) નું પાઠ્યપુસ્તક છે .
Sanskrit Semester 1 class 6 - GSTB: संस्कृत (प्रथम सत्र ) कक्षा ६
by Narendra Rawal Kanubhai Karkar Pravinchandra Jani Prafulbhai Scissorsપાઠ1 માં ચિત્ર દ્વારા સરસ માહિતી આપેલ છે જેમાં પશુઓ ના ચિત્રો દ્વારા સંસ્કૃત ભાષાની સમજ આપવામાં આવી છે. ચિત્રપદાની 1 થી 4 સરસ માહિતી સભર છે.પાઠ 2 ચિત્ર દ્વારા વાર્તા ની સરસ સમજ આપેલ છે. પાઠ 3 માં સંસ્કૃત ભાષા દેવનાગરી લિપિમાં લખાય છે. આપણી માતૃભાષાની લિપિ દેવનાગરી લિપિમાંથી જ આવી હોવાથી શિરોરેખાને બાદ કરતાં કેટલાક મૂળાક્ષરો દેવનાગરી લિપિની જેમ લખાય છે, જેથી તેનો પરિચય કેળવવો મુશ્કેલ નથી. કેટલાક મૂળાક્ષરોના વળાંકોમાં થોડીક ભિન્નતા જોવા મળે છે, તે સમજાવેલ છે,પાઠ 4 માં સંખ્યા જ્ઞાન આપેલ છે. આરીતે 9 પાઠ સરસ માહિતી સભર છે. પાઠ 9 માં ઘડિયાળ માં સમય જોવા અને સંસ્કૃત કહેવાનું સીખ્વાડવામાં આવ્યું છે. સાથે પુનરાવર્તન1 અને 2 પણ છે.
Sanskrit Semester 1 class 8 - GSTB: संस्कृत (प्रथम सत्र ) कक्षा ८
by Narendra Rawal Kanubhai Karkar Aita Parmar Troubled Thackerપ્રસ્તુત પાઠ્યપુસ્તક માં ચિત્રપદાની 1 અને 2 માં ચિત્રો ના મળ્યાં થી દુર અને નજીક ની વાત કહેતી વખતે સંસ્કૃત માં ક્યાં શબ્દો નો ઉપયોગ કરવો તે સમજવામાં આવેલ છે . आत्मश्रद्धायाः प्रभावः પાઠ માં એકલવ્ય ની વાર્તા સમજવામાં આવી છે. एहि सुधीर કવિતા जनार्दन हेगडे ની લેવામાં આવી છે. शीलायाः प्रवासः જેમાં પ્રવાસ વર્ણન કરેલ છે સાથે ગુફાઓ વિષે અને શીલાઓ વિષે માહિતી આપેલ છે. विनोदपद्यानि માં હાસ્ય વિનોદની ની વાતો છે. सङ्ख्या પાઠ માં ફળો વિષે માહિતી આપેલ છે. અને પુનરાવતન 1 અને 2 આપેલ છે.
Sanskrit Semester 2 class 6 - GSTB: संस्कृत (द्वितीय सत्र) कक्षा ६
by Narendra Rawal Kanubhai Karkar Pravinchandra Jani Prafulbhai Scissorsપ્રથમ અજમાયશ પછી ગુજરાત રાજયની તમામ શાળાઓ માટે તૈયાર થયેલા ધોરણ 6 નાં પાઠ્યપુસ્તકોને ક્ષતિરહિત બનાવવા પ્રયત્ન કર્યો છે, પ્રસ્તુત સંસ્કૃત દ્વિતીય સત્ર માં પહેલા શરીર ના અંગો ને સંસ્કૃત માં શું કહેવામાં આવે છે તે વિષે ચિત્ર દ્વારા સરસ માહિતી આપવામાં આવી છે અને બીજા પાઠ માં ડાબે ,જામણે, ઉપર, નીચે વગેરે ની માહિતી આપવામાં આવી છે. ત્યાર બાદ વાંચવું , બેસવું, રમવું, પૂજા કરવી વગેરે ક્રિયાઓ સમજવા માં આવી છે,ઉખાણા સ્વરૂપે વાક્યો પ્રસ્તુત કરવામાં આવ્યા છે. મારી શાળા વિષે માહિતી અને ત્યાર બાદ ભારત વિષે માહિતી આપવા માં આવી છે. અંત માં પુનરાવર્તન 1 અને 2 પણ આપેલ છે.
Sanskrit (Semester 2) class 7 - GSTB: संस्कृत (सेमेस्टर २) कक्षा - ७
by Gstbધોરણ ૭ ના સંસ્કૃત વિષય ના બીજા સેમેસ્ટરનું પાઠ્યપુસ્તક છે.
Sanskrit Semester 2 class 8 - GSTB: સંસ્કૃત સેમેસ્ટર ૨ ધોરણ ૮ - જીએસટીબી
by Gujarat Rajya PathyaPustak Mandal Gandhinagarધોરણ ૮નું સંસ્કૃત વિષયનું બીજા સેમેસ્ટરનું પાઠ્યપુસ્તક છે.
Sanskrit Vagmayadarsh Bhag 2 class 12 - RBSE Board: संस्कृतवाङ्मयादर्श भाग 2 कक्षा 12वी - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसंस्कृतवाङ्मयादर्शः भाग 2 कक्षा 12वी का यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया है। इस पाठ्यपुस्तक में गद्यकाव्य, लोक-परिचय का ज्ञान, सरल वाक्यरचना और श्लोकरचना के बारे में बताया गया है।
Sanskritvagmayadarsh class 11 - RBSE Board: संस्कृतवाङ्मयादर्शः प्रथमो भाग 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerसंस्कृतवाङ्मयादर्शः प्रथमो भाग कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।
Shashwati Dviteeyo Bhag class 12 - NCERT: शाश्वती द्वितीयो भाग 12वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadशाश्वती द्वितीयो भागः 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चौहद पाठ हैं, साथ ही साथ इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से जब शिक्षा भारमुक्त होगी तो वह स्वयमेव एक 'आनन्दप्रद अनुभूति' सिद्ध होगी । इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है ।
Shashwati Dviteeyo Bhag class 12 - NCERT - 23: शाश्वती द्वितीयो भागः १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadशाश्वती द्वितीयो भागः द्वादशवर्गाय संस्कृतस्य पाठ्यपुस्तकम् 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल ग्यारह पाठ हैं, साथ ही साथ इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से जब शिक्षा भारमुक्त होगी तो वह स्वयमेव एक 'आनन्दप्रद अनुभूति' सिद्ध होगी। इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है।
Shashwati (Dviteeyo Bhag) class 12 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: शाश्वती द्वितीयो भाग 12 वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड
by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.शाश्वती द्वितीयो भागः कक्षा 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में सिखाने वाले के दृष्टीकोण से जब शिक्षा भारमुक्त होगी तो वह स्वयमेव एक 'आनन्दप्रद अनुभूति' सिद्ध होगी । इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है ।
Shashwati Prathamo Bhag class 11 - NCERT: शाश्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadशाश्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चौदह पाठ हैं, साथ ही साथ किताब के अंत में परिशिष्ठ के तीन भाग भी दिये है। इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है ।
Shashwati Prathamo Bhag class 11 - NCERT - 23: शाश्वती प्रथमो भागः ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadशाश्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल ग्यारह पाठ हैं, साथ ही साथ किताब के अंत में परिशिष्ठ के तीन भाग भी दिये है। इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है।