Browse Results

Showing 1 through 25 of 72 results

5B - Padhattishastra Ane Vishayvastu - Hindi and Sanskrit (Dhoran 5 thi 8) - GCERT: ૫(બ) - પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: હિન્દી અને સંસ્કૃત (ધોરણ - ૬ થી ૮)

by Gujarat Council of Educational Research and Training

દ્વિતીય વર્ષ ડી. એલ. એડ્. અભ્યાસક્રમ મૉડ્યૂલ કોર્સ - ૫(બ) પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: હિન્દી (ધોરણ - ૫ થી ૮) પદ્વતિશાસ્ત્ર અને વિષયવસ્તુ: સંસ્કૃત (ધોરણ - ૬ થી ૮)

Aamod Sampurn-Sanskritam class 8 - Maharashtra Board: आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम् इयत्ता आठवी - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आमोदः सम्पूर्ण-संस्कृतम् इयत्ता आठवी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक संस्कृत भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पाठ्यपुस्तकातून पुस्तकाचे एकूण एकोणवीस अध्याय असलेले चार भाग आहेत. त्यानुसार अभ्यासक्रमाची रचना केली आहे. परीक्षेच्या फायद्यासाठी उपयुक्त असलेले हे पाठ्यपुस्तक आहे. त्या दृष्टीने पाठ्यपुस्तकात विविध कृती योजल्या आहेत.

Aananda Sanyukta-Sanskritam Class 10 - Maharashtra Board: आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् दशमी कक्षा – महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् 10वीं कक्षा यह किताब महाराष्ट्र बोर्ड पूणे ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया है । इस किताब में प्रत्येक अध्याय की सामग्री के आवृत्त क्षेत्र की जांच करने के लिए प्रत्येक अध्याय के अंत में प्रश्न हैं। पुस्तक में आधिकारिक पुस्तक है जो अधिकारियों द्वारा अनुमोदित है और बोर्ड के निर्देशों के अनुसार पाठ्यक्रम से संबंधित है। यह पुस्तक कक्षा 10 के लिए संस्कृत आनंद (संयुक्ता) की परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों का मार्गदर्शन करती है।

Aananda Sanyukta-Sanskritam class 8 - Maharashtra Board: आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् इयत्ता आठवी - महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् इयत्ता आठवी हे महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडळ, पुणे यांनी या पुस्तकाचे लेखन केले आहे तसेच श्री. विवेक उत्तम गोसावी यांनी हे पुस्तक संस्कृत भाषेमध्ये प्रकाशित केले आहे. या पाठ्यपुस्तकातून पुस्तकाचे एकूण चौदा अध्याय असलेले चार भाग आहेत. त्यानुसार अभ्यासक्रमाची रचना केली आहे. परीक्षेच्या फायद्यासाठी उपयुक्त असलेले हे पाठ्यपुस्तक आहे. त्या दृष्टीने पाठ्यपुस्तकात विविध कृती योजल्या आहेत.

Aananda Sanyukta-Sanskritam class 9 - Maharashtra Board: आनन्द संयुक्त-संस्कृतम् 9वीं कक्षा – महाराष्ट्र बोर्ड

by Maharashtra Rajya Pathyapustak Nirmiti Va Abhysakram Sanshodhan Mandal Pune

आनन्दः संयुक्त-संस्कृतम् 9वीं कक्षा यह किताब महाराष्ट्र बोर्ड पूणे ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया है । अस्सी के दशक की संस्कृत संस्कृतियाँ का निष्पक्ष परिचय इस पुस्तक में दिया है। शब्द, वार्ताकार, वर्णमाला के उच्चारण, मुख्य शब्द वाक्य रचना, इत्यादि का नियमित उपयोग और: भाषाएँ आधुनिक साहित्य संस्कृति के प्रमुख, कानी नाट्यमनी आदि का इस किताब में स्पष्टिकरण किया गया है।

Abhyaswaan Bhav class 10 - NCERT: अभ्‍यासवयान् भव 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

अभ्‍यासवयान् भव 10वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चौदह पाठ हैं – अभ्यासवान् भव में दशम कक्षा के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रमानुसार अभ्यास हेतु पर्याप्त सामग्री उपलब्ध कराई गई है, जिससे वे न केवल आवश्यक व्याकरण-बिंदुओं से परिचित होते हैं, बल्कि वाक्य संरचना कौशल का पर्याप्त ज्ञान भी प्राप्त करते हैं। पुन:-पुन: अभ्यास करने से विषयों का ज्ञान हो जाता है और वह स्मृत विद्या चिरकालपर्यन्त याद रहती है। ‘अनभ्यासे विषं विद्या' यह जानते हुए विद्यार्थियों को पर्याप्त अभ्यास करना चाहिए। इस अभ्यास पुस्तिका में अपठितांश, पत्र, चित्रवर्णन, अनुच्छेदलेखन, संस्कृतानुवाद, सन्धि, समास, प्रत्यय, अव्यय, समय, वाच्य और अशुद्धि संशोधन पर आधारित बारह पाठ हैं। इसके अतिरिक्त मिश्रित अभ्यास हेतु दो कार्यपत्रिकाएँ त्रयोदश पाठ में समाविष्ट की गई हैं। चतुर्दश पाठ में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार एक आदर्श प्रश्न पत्र भी समाविष्ट किया गया है, जो परीक्षा हेतु तैयारी में सहायक होगा। परिशिष्ट में ध्येय-वाक्यों और व्यवहार-वाक्यों का संकलन है, जिससे छात्रों की संभाषण क्षमता में वृद्धि होगी।

Abhyaswaan Bhav class 10 - NCERT - 23: अभ्‍यासवयान् भव १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

अभ्‍यासवयान् भव 10वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चौदह पाठ हैं – अभ्यासवान् भव में दशम कक्षा के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रमानुसार अभ्यास हेतु पर्याप्त सामग्री उपलब्ध कराई गई है, जिससे वे न केवल आवश्यक व्याकरण-बिंदुओं से परिचित होते हैं, बल्कि वाक्य संरचना कौशल का पर्याप्त ज्ञान भी प्राप्त करते हैं। पुन:-पुन: अभ्यास करने से विषयों का ज्ञान हो जाता है और वह स्मृत विद्या चिरकालपर्यन्त याद रहती है। ‘अनभ्यासे विषं विद्या' यह जानते हुए विद्यार्थियों को पर्याप्त अभ्यास करना चाहिए। इस अभ्यास पुस्तिका में अपठितांश, पत्र, चित्रवर्णन, अनुच्छेदलेखन, संस्कृतानुवाद, सन्धि, समास, प्रत्यय, अव्यय, समय, वाच्य और अशुद्धि संशोधन पर आधारित बारह पाठ हैं। इसके अतिरिक्त मिश्रित अभ्यास हेतु दो कार्यपत्रिकाएँ त्रयोदश पाठ में समाविष्ट की गई हैं। चतुर्दश पाठ में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार एक आदर्श प्रश्न पत्र भी समाविष्ट किया गया है, जो परीक्षा हेतु तैयारी में सहायक होगा। परिशिष्ट में ध्येय-वाक्यों और व्यवहार-वाक्यों का संकलन है, जिससे छात्रों की संभाषण क्षमता में वृद्धि होगी।

Abhyaswaan Bhav class 9 - NCERT: अभ्‍यासवयान् भव 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

अभ्‍यासवयान् भव 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक में कुल बारह पाठ हैं –इसमें 12 अध्याय हैं। प्रथम अध्याय में अपठितावबोधनम्, द्वितीय में पत्रम् – (क) अनौपचारिकम् पत्रम्, (ख) औपचारिकम् पत्रम्, तृतीय में चित्रवर्णनम्, चतुर्थ में संवादानुच्छेदलेखनम्, पंचम में रचनानुवादः, षष्ठ में कारकोपपदविभक्तिः, सप्तम में सन्धिः, अष्टम में उपसर्गाव्ययप्रत्ययाः, नवम में समासाः, दशम में शब्दरूपाणि अकारान्त पुंल्लिङ्गशब्दः, एकादश अध्याय में धातुरूपाणि एवं द्वादश अध्याय में वर्णविचार: दिए गए हैं। पुस्तक के परिशिष्ट 1 में फलादीनां नामानि तथा परिशिष्ट 2 में विलोमपदानि एवं पर्यायपदानि को दिया गया है। इस तरह इस पुस्तक में कक्षा नवम के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप संस्कृत व्याकरण के आधारभूत नियमों का परिचय देते हुए उपयोगी अभ्यासचारिका द्वारा छात्रों की संस्कृत समझ तथा भाषा प्रयोग को सुदृढ़ करने का प्रयत्न किया गया है।

Abhyaswaan Bhav class 9 - NCERT - 23: अभ्यासवान् भव ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

अभ्‍यासवयान् भव 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक में कुल बारह पाठ हैं- इसमें 12 अध्याय हैं। प्रथम अध्याय में अपठितावबोधनम्, द्वितीय में पत्रम्- (क) अनौपचारिकम् पत्रम्, (ख) औपचारिकम् पत्रम्, तृतीय में चित्रवर्णनम्, चतुर्थ में संवादानुच्छेदलेखनम्, पंचम में रचनानुवादः, षष्ठ में कारकोपपदविभक्तिः, सप्तम में सन्धिः, अष्टम में उपसर्गाव्ययप्रत्ययाः, नवम में समासाः, दशम में शब्दरूपाणि अकारान्त पुंल्लिङ्गशब्दः, एकादश अध्याय में धातुरूपाणि एवं द्वादश अध्याय में वर्णविचार: दिए गए हैं। पुस्तक के परिशिष्ट 1 में फलादीनां नामानि तथा परिशिष्ट 2 में विलोमपदानि एवं पर्यायपदानि को दिया गया है। इस तरह इस पुस्तक में कक्षा नवम के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप संस्कृत व्याकरण के आधारभूत नियमों का परिचय देते हुए उपयोगी अभ्यासचारिका द्वारा छात्रों की संस्कृत समझ तथा भाषा प्रयोग को सुदृढ़ करने का प्रयत्न किया गया है।

Anandadayak Ganit class 1 - NCERT - 23: आनन्ददायकं गणितम् कक्षा १ - एनसीईआरटी - २३

by National Council of Educational Research and Training

इयत्ता पहिलीसाठी आनंददायी गणित या पाठ्यपुस्तकातील आशय NCF-FS 2022 मध्ये नमूद केलेल्या पुढील चार घटकांवर आधारित आहे तोंडी गणित चर्चा, कौशल्य शिकवणे, कौशल्य सराव आणि गणिती खेळ सर्व अध्यायांमध्ये समाविष्ट केले गेले आहेत. त्यापैकी बहुतेक एकात्मिक पद्धतीने सादर केले आहेत. तथापि, खालील प्रकरणे केवळ गणितीय समज आणि क्षमता विकसित करण्याच्या अभ्यासक्रमाच्या उद्दिष्टाशी (CG-8) आणि परिमाणे, आकार आणि मापे यांद्वारा जग ओळखू शकण्याशीच संरेखित नाहीत तर NCF-FS 2022 मध्ये दिलेल्या सर्वांगीण विकासाकडे नेणाऱ्या इतर सर्व अभ्यासक्रम व अभ्यासक्रमिय उद्दिष्टांशीदेखील सरेखित आहेत - मौखिक गणित चर्चा, कौशल्यशिक्षण, कौशल्यसराव आणि गणिती खेळ. बौद्धिक आव्हान आणि विचारप्रवर्तक कार्यांमुळे गणिताचे अध्ययन व निर्णयनक्षमता अधिक चांगल्या प्रकारे होते. मेंदूला सतावणारे प्रश्न, कोडी, कूट प्रश्न यामुळे नेहमीच्या शिकण्याच्या जोडीने मुलांना याची संधी मिळते. मुलांच्या वयाला साजेशी अनेक कोडी या पुस्तकात दिली आहेत.

Anandadayak Ganit class 2 - NCERT - 23: आनन्ददायकं गणितम् कक्षा २री - एनसीईआरटी - २३

by National Council of Educational Research and Training

इयत्ता दुसरीसाठी असलेले आनंददायी गणित असे नाव असलेले गणिताचे पाठ्यपुस्तक NEP 2020, NCF-FS 2022 तसेच पायाभरणीच्या टप्प्यासाठीचा अभ्यासक्रम यांच्या शिफारसी डोळ्यासमोर ठेवून तयार केले आहे। बालवाटिका 1 ते 3 तसेच पहिली झाल्यावर (3-8 वर्षे वयात) दुसरीत जाणाऱ्या मुलाला अंकांचे ज्ञान झालेले असते, असे यात गृहीत धरले आहे। परंतु, आपल्या देशातील विविधता बघता, कदाचित काही मुलांची एकदम शाळेत पहिलीत गेल्यावरच पहिल्यांदा अंकांची ओळख होत असेल, असेही होऊ शकते। हे क्रमिक पुस्तक तयार करताना अशा परिस्थितीचाही विचार केलेला आहे। वयाच्या या टप्प्यावरील मुले मुक्तपणे खेळणे, खेळणी यात रमतात। हे लक्षात घेऊन, अवकाशीय समज, अंकहाताळणी, गणितीय आणि संगणकीय संकल्पना इ। शिकवण्यासाठीच्या उपक्रमांमध्ये खेळ, खेळणी यांचा वापर करण्यासाठी पुष्कळ वाव ठेवलेला आहे। यामुळे प्रत्येक नवीन संकल्पना किंवा कौशल्य शिकताना मूर्त वस्तूंकडून चित्रस्वरूपाकडे व त्याकडून अमूर्त कल्पनांपर्यंतचे संक्रमण सहजपणे होऊ शकते। सर्वांगीण विकासासाठी अनुभवातून शिक्षण हे उद्दिष्ट डोळ्यासमोर ठेवून, इयत्ता दुसरीसाठी असलेल्या आनंददायी गणित या पुस्तकामध्ये, वर्गात आणि वर्गाबाहेर करण्यासारखे अनेक उपक्रम दिले आहेत। यातील सर्व प्रकरणांमध्ये, उपक्रमाधारित कार्यांच्या माध्यमातून गणितीय संकल्पनांचे आकलन करून दिले आहे। सक्तीने, नाखुषीने गणित शिकण्याऐवजी, आपण खेळ खेळत आहोत अशा भावनेने मुलांनी हे उपक्रम करावेत आणि त्याद्वारे गणितीय संकल्पना आपोआप रुजाव्यात, अशा प्रकारचे वातावरण निर्माण करण्याचा प्रयत्न या पुस्तकातून केलेला आहे।

The Bhagavad Gita: India's Favorite Bible (A Harvard paperback, #34)

by Franklin Edgerton

To most good Vishnuites, and to most Hindus, the Bhagavad Gita is what the New Testament is to good Christians. It is their chief devotional book, and has been for centuries the principal source of religious inspiration for many millions of Indians. In this two-volume edition, Volume I contains on facing pages a transliteration of original Sanskrit and the Franklin Edgerton’s close translation. Volume II is Mr. Edgerton’s interpretation in which he makes clear the historical setting of the poem and analyzes its influence on later literature and its place in Indian philosophy. Sir Edwin Arnold’s beautiful translation, “The Song Celestial,” is also included in the second volume.

Bhaswati Dviteeyo Bhag class 12 - NCERT: भास्वती द्वितीयो भाग 12वीं कक्षा

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भास्वती द्वितीयो भागः 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल बारह पाठ हैं, साथ ही साथ इस पाठपुस्तक में वैदिक साहित्य के अनन्तर लौकिक साहित्य की परिगणना की गई है। इस पाठ्यक्रम में वाल्मीकि से लेकर वर्तमान काल तक संस्कृत साहित्य प्रवाह भाँति तथा महाकाव्य, गद्यकाव्य, चम्पूकाव्य एवं नाट्यसाहित्य का समावेश किया गया है।

Bhaswati Dviteeyo Bhag class 12 - NCERT - 23: भास्वती द्वितीयो भागः १२वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भास्वती द्वितीयो भागः द्वादशवर्गाय संस्कृतस्य पाठ्यपुस्तकम् 12वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल दस पाठ हैं, साथ ही साथ इस पाठपुस्तक में वैदिक साहित्य के अनन्तर लौकिक साहित्य की परिगणना की गई है। इस पाठ्यक्रम में वाल्मीकि से लेकर वर्तमान काल तक संस्कृत साहित्य प्रवाह भाँति तथा महाकाव्य, गद्यकाव्य, चम्पूकाव्य एवं नाट्यसाहित्य का समावेश किया गया है।

Bhaswati Dviteeyo Bhag class 12 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: भास्वती द्वितीयो भाग 12 वीं कक्षा एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

भास्वती द्वितीयो भागः 12 वी का राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् छत्तीसगढ़ रायपुर ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पाठपुस्तक में वैदिक साहित्य के अनन्तर लौकिक साहित्य की परिगणना की गई है। इस पाठ्यक्रम में वाल्मीकि से लेकर वर्तमान काल तक संस्कृत साहित्य प्रवाह भाँति तथा महाकाव्य, गद्यकाव्य, चम्पूकाव्य एवं नाट्यसाहित्य का समावेश किया गया है।

Bhaswati Prathamo Bhag class 11 - NCERT: भास्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा - एनसीईआरटी

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भास्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल चौदह पाठ हैं, साथ ही साथ किताब के अंत में परिशिष्ठ के तीन भाग भी दिये है। इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है ।

Bhaswati Prathamo Bhag class 11 - NCERT - 23: भास्वती प्रथमो भागः ११वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३

by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad

भास्वती प्रथमो भाग 11वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल ग्यारह पाठ हैं, साथ ही साथ किताब के अंत में परिशिष्ठ का भाग भी दिया है। इस पाठ्यक्रम में आनन्दवृद्धि के लिए ऐसे ज्ञान-सन्दर्भो का समावेश किया गया है, जिनमें उदात्त जीवन मूल्य है, जिनमें घटना-वैचित्र्य के साथ ही साथ आधुनिक जनजीवन का प्रतिबिम्ब भी है।

Bhaswati Prathamo Bhag class 11 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: भास्वती प्रथमो भाग 11 वीं कक्षा एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़ बोर्ड

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

'Bhaswati Bhag 1' is a textbook of Sanskrit for students of class 11 who have opted for humanities/arts stream. This textbook has been constructed according to CBSE Board (NCERT) syllabus norms.

Kavya Kaumudi Dviteeyo Bhag class 10 - RBSE Board: काव्यकौमुदी द्वितीयो भाग 10वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

काव्यकौमुदी द्वितीयो भाग यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 10 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में प्रमुख तीन भाग है - पद्य भाग, गद्य भाग और रचना भाग। पाठपुस्तक में अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Kavya Kaumudi Prathamo Bhag class 9 - RBSE Board: काव्यकौमुदी प्रथमो भाग 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

काव्यकौमुदी प्रथमो भाग: 9वीं कक्षा यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Kavyashasatralok Bhag 2 class 12 - RBSE Board: काव्यशास्त्रालोक भाग 2 कक्षा 12वी - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

काव्यशास्त्रालोक भाग 2 कक्षा 12 वीं का पुस्तक संस्कृत भाषा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने प्रकाशित किया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Kavyashastralok Prathmo Bhag class 11 - RBSE Board: काव्यशास्त्रालोक प्रथमो भाग 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

काव्यशास्त्रालोकः प्रथमो भागः कक्षा 11वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Prakrat Bhasha Evam Sahitya Class 11 - RBSE Board: प्राकृत भाषा एवं साहित्य 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 11 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है तथा स्वयं शिक्षक के रूप में भी यह पुस्तक उन्हें कारगर साबित होगी, हम ऐसी कामना करते हैं । प्राकृत भाषा एवं साहित्य का सामान्य परिचय छात्र-छात्राओं को हो सके, इसी उद्देश्य से यह पुस्तक तैयार की गई है ।

Prakrut Bhasha class 12 - RBSE Board: प्राकृत भाषा कक्षा 12वी - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

प्राकृत भाषा एवं साहित्य इस पाठ्यपुस्तक मे लेखक ने प्राकृत भाषा का अर्थ समझाया है। जिसमे अशोक के चौदह शिलालेख के बारे मे बताया है। उनके अर्थ समझाने का प्रयास किया है। प्राकृत व्याकरण के प्रमुख नियम इस पाठ मे संज्ञा-सर्वनाम मुद्दो के आधार पर दिखाये है। प्राकृत साहित्य के इतिहास का परिचय इस पुस्तक मे लेखक ने दिया है।

Ranjini Dviteeyo Bhag class 7 - RBSE Board: रञ्जिनी द्वितीयो भाग 7वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Rajsthan Rajya Pathyapustak Mandal Jaipur

रञ्जिनी द्वितीयो भागः कक्षा 7वीं यह पुस्तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर ने संस्कृत भाषा में प्रकाशित किया गया है, प्रस्तुत पुस्तक राजस्थान शिक्षा मण्डल, अजमेर के प्राकृत भाषा एवं साहित्य के 7वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार की गई है, जिसमें उन्हें प्राकृत भाषा, साहित्य, व्याकरण, वाक्य-बोध के प्रति मार्ग-दर्शन दिया गया है । इस पाठ्यपुस्तक में विभिन्न अध्याय और उनके अभ्यास प्रश्न दिये गए है, हर अध्याय का विस्तार मे विविरण किया गया है ।

Refine Search

Showing 1 through 25 of 72 results