- Table View
- List View
ESO14 Samajik Strikaran ka Varnan - IGNOU
by IgnouThis section is described into four units in it some new ideas about social stratification will get to read. The idea of Marx and weber social classical ideas by own method to be presented.
ESO14 Samajik Vibhedan Aur Jaatiyata - IGNOU
by IgnouIn this section it is though about question of accompanied resolution of social gender. In this section it is discussed about the different social gender it is important in their society.
ESO14 Upekshit Samudaye aur Strikaran - IGNOU
by IgnouIn this section we will teach about social stratifications and neglected community.
Europe Ka Itihas - Ranchi University, N.P.U: यूरोप का इतिहास - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Dhanpati Pandey'यूरोप का इतिहास' पुस्तक का चतुर्थ संस्करण पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है । यह पुस्तक दृष्टि से सर्वाधिक अधुनातन पुस्तक है, यूरोपीय इतिहास पर जितनी भी अच्छी पुस्तकें उपलब्ध हैं, उनके अध्ययन के उपरांत ही इस पुस्तक की रचना की गई है । यही कारण है कि यह पुस्तक अन्य सारी प्रकाशित तथा प्रचलित पुस्तकों से सर्वथा भिन्न है । विषयवस्तु में एकरूपता का रहना आवश्यक है; विषयवस्तुओं का प्रस्तुतीकरण, तथ्यों का आयोजन तथा छिपी हुई अन्य आवश्यक निष्पत्तियों का उद्घाटन करना ही इस पुस्तक का उद्देश्य है । पुस्तक को प्रत्येक दृष्टिकोण से तथा प्रत्येक बिंदु पर उपयोगी बनाने का भरसक प्रयत्न किया है । विषय की दुरूहता, विशदता, पुस्तक के सीमित आकार तथा छात्रों की आवश्यकताओं के अनुभव तथा अनुमान के कारण अनेक त्रुटियों का होना स्वाभाविक है । लेखक उन आलोचकों तथा पाठकों के प्रति कृतज्ञ रहेगा, जिन्होंने पूर्व में ऐसी त्रुटियों की ओर उसका ध्यान आकृष्ट किया है । इस संस्करण में कुछ अध्यायों का संवर्द्धन कर पुस्तक को और अधिक उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है ।
F.Y.B.A. Hindi (HND-COM-01) Bhasha Tatva Aur Bodhan 1 - BAOU: प्रथम वर्ष बी.ए.हिंद (HND-COM-01)(अनिवार्य भाषा के विकल्पों में से एक विषय) वाचन और विविध विषय - १
by Babasaheb Ambedkar Open Universityઆ પુસ્તકમાંની અભ્યાસ-સામગ્રી મૂળે મધ્યપ્રદેશ ભોજ ઓપન યુનિવર્સીટી, ભોપાલ દ્રારા તૈયાર કરવામાં આવી છે. જેમાં પ્રસ્તુત પુસ્તક F.Y. B.A.BCHEN 107 Hindi (HND-COM-01) Bhasha Tatva Aur Bodhan - 1 નું છે.
F.Y.B.A. Hindi (HND-COM-01) Vachan Aur Vividh Vishay 2 - BAOU: प्रथम वर्ष बी.ए.हिंद (HND-COM-01)(अनिवार्य भाषा के विकल्पों में से एक विषय) वाचन और विविध विषय - २
by Babasaheb Ambedkar Open Universityઆ પુસ્તકમાંની અભ્યાસ-સામગ્રી મૂળે મધ્યપ્રદેશ ભોજ ઓપન યુનિવર્સીટી, ભોપાલ દ્રારા તૈયાર કરવામાં આવી છે. જેમાં પ્રસ્તુત પુસ્તકF.Y.B.A. Hindi (HND-COM-01) Vachan Aur Vividh Vishay - 2નું છે.
Famous five aur khufiya rasta
by Enid Blyton Dr Sudhir Dixit Rajni DixitThere's a thief at Kirrin Cottage, the Famous Five think they know who it is, but they need to prove it. Where can they find evidence? The discovery of an old map and very unusual hiding place is all they need to get to the bottom of this mystery and uncover the true culprit.
Famous Five - Ek Sath Bhagte Hai
by Enid BlytonJulian, Dick, Anne, George and Timmy the pair is known as the Famous Five. Julian, Dick and Ann are brother and sister, their cousin George is George and Timmy the cute little dog. These five children together many amazing feats and help police catch dangerous criminals. Sometimes they search for treasure, ever determine a thief, smuggler busted ever do. Famous Five series by Enid Blaitn children around the world read agreeably.
Famous five - Khajane ke Tapu par
by Enid BlytonThe very first Famous Five adventure, featuring Julian, Dick, Anne, not forgetting tomboy George and her beloved dog, Timmy. There's a shipwreck off Kirrin Island But where is the treasure? The Famous Five are on the trail looking for clues but they're not alone. Someone else has got the same idea. Time is running out for the Famous Five, who will follow the clues and get to the treasure first?
Fever 104° F: फीवर १०४° F
by Surbhi Singhalआजकल की जिंदगी से जुड़ी हर एक टीनएजर की कहानी जो अनजाने ही अपने और अपनों के बीच एक दीवार बना लेती है। लड़कियो से जुड़ी भावनाये, कच्ची उम्र की शैतानियां जिनसे उनके परिवार आज तक अछूते हैं। ये कहानी है उनके बीच की बढ़ती दूरियों की जो समाज बढ़ाकर इतनी बड़ी कर देता है कि वो अपनो पर भरोसा नहीं कर पाती है। ये एक मसाला भी है दोस्ती और जिंदगी से जुड़ी चटपटी ख्वाहिशो का, एक बेजोड़ संगम है किसी अनजाने के दिये प्यार में जख्मी हो जाने का। होस्टल की देर रात वाली मस्ती से लेकर सीखे गए बहुत सारे सबक तक जो हम सीख जाते है अकेले वाली रोती रातो में। कैसे एक जिंदगी हार जाती है कुछ बड़ी ताकतों से, कैसे जिंदगी से भी बड़ा हो जाता कोई इंसान जिसके चलते हम किसी अपने को हमेशा के लिए हार जाते है। पढिये फीवर 104° F जिसमे मानसिक संतुलन बस बिगड़ ही जाने वाली हालत में होता है और शरीर की स्वस्थता पर कोई फर्क नही पड़ता।
FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 1 Bhasha Aur Sampreshan - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 1: लिखित सम्प्रेषण - इग्नू
by Indira VishvavidyalayaFHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 1: भाषा और सम्प्रेषण) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । हिंदी में आधार पाठ्यक्रम-02 (एफ.एच.डी.02) का यह पहला खंड है इस खंड में छह इकाइयाँ हैं । इस खंड में भाषा और सम्प्रेषण पर विचार किया गया है। सम्प्रेषण के क्रम में हम भाषा का विभिन्न स्तरों पर उपयोग करते हैं। सम्प्रेषण मुख्य रूप से बोलकर और लिखकर किया जाता है। इसके अलावा हम अपने शारीरिक अंगों के माध्यम से भी अपने भावों को प्रकट करते हैं। इसे उच्चरित भाषा, लिखित भाषा और आंगिक भाषा के नाम से जाना जाता है। इन तीनों भाषिक अभिव्यक्तियों पर हमने अलग अलग इकाइयों में विचार किया है।
FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 2 Lekhan Kaushal - IGNOU: FHD 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 2: लेखन कौशल - इग्नू
by Indira VishvavidyalayaFHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 2: लेखन कौशल) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। इकाई 7 प्रभावी लेखन से संबंधित है। इसमें हमने प्रभावी लेखन की अवधारणा के विषय में चर्चा की है तथा साथ ही विषयवस्तु एवं शिल्प के उन प्रमुख पक्षों की जानकारी भी दी है जिनसे लेखन प्रभावी हो सकता है। इकाई 8 पुनःरचना की तैयारी से संबद्ध है इसमें रचना की तैयारी से पहले तथा रचना करते समय ध्यान देन योग्य बातों की चर्चा की गई है। रचना में शीर्षक का क्या महत्व है यह भी बताया गया है। इकाई 9 पुनःरचना से संबंधित है। इसमें संक्षेपण, भाव पल्लवन, रिपोर्ट लेखन आदि की जानकारी दी गई है। परीक्षा की तैयारी करते समय पाठ्यसामग्री का अध्ययन करके उसमें से महत्वपूर्ण बिन्दुओं के किस प्रकार नोट्स लिए जाते हैं, इसकी जानकारी नोट्स लेखन के अन्तर्गत दी गई है। इकाई 10,11 एवं 12 रचना के प्रमुख प्रकारों से संबंद्ध है। वर्णनात्मक लेखन में किसी व्यक्ति वस्तु दृश्य या घटना का चित्रण वर्णनों द्वारा किस प्रकार किया जाता है, इसकी जानकारी इस इकाई में दी गई है।
FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 3 Sahitya Vividh Vidhaen - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम - खंड 3: साहित्य : विविध विधाएँ - इग्नू
by Indira VishvavidyalayaFHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 3: साहित्य : विविध विधाएँ) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में छह इकाइयाँ शामिल हैं। प्रत्येक विधा के परिचय हेतु एक संपूर्ण इकाई दी गई है, जिससे एक विशिष्ट विधा की अंर्तरचना और विशिष्टता को आप समझ सकेंगे। प्रत्येक इकाई साहित्य की विशिष्ट विधा की स्वतंत्र लेखन शैली को समझाने में आपकी सहायता करेगी। उदहारण के लिए इकाई-18 में आप 'संस्मरण' लेखन का उद्देश्य, उसकी विशिष्टता, संरचना, भाषा, शिल्प आदि का परिचय प्राप्त कर सकेंगे। प्रत्येक इकाई में विविध विधा में उपलब्ध प्रसिद्ध लेखकों की महत्वपूर्ण रचनाओं का मूलपाठ जोड़ दिया गया है।
FHD - 02 Hindi Me Aadhar Pathyakram - Khand 4 Likhit Sampreshan - IGNOU: FHD - 02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 4: लिखित सम्प्रेषण) इग्नू
by Indira VishvavidyalayaFHD-02 हिंदी में आधार पाठ्यक्रम (खंड 4: लिखित सम्प्रेषण) – इग्नू यह किताब इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने हिंदी भाषा में प्रकाशित किया है । इस खंड में हम कुल छह इकाइयाँ दे रहे हैं। पहली इकाई में औपचारिक पत्र लेखन पर विचार किया गया है। दूसरी इकाई में संचार माध्यमों के लिए लेखन पर विचार किया गया है। तीसरी इकाई में कार्यालयी लेखन पर विचार किया गया है। खंड की चौथी इकाई में सर्जनात्मक लेखन की भाषा पर विचार किया गया है। खंड की पाँचवी इकाई में ऐसी साहित्यिक विधाओं की भाषा पर विचार किया है जिन्हें वैयक्तिक लेखन की श्रेणी में गिना जा सकता है। छठी इकाई का संबंध भाषण के लिए लेखन से है। तात्पर्य यह है कि ऐसा लेखन जिसका उपयोग बाद में बोलने के लिए किया जाएगा। उदाहरण के लिए रेडियो या टी वी समाचार, रेडियो वार्ता, भाषण और संवाद लेखन।
Fifty Shades Darker: फिफ्टी शेड्स डार्कर
by E. L. Jamesयुवा उद्यमी क्रिस्टियन ग्रे की जिंदगी के काले गहरे रहस्यों से घबरा कर, एना स्टील उससे अपना संबंध तोड़ देती है और एक यू एस प्रकाशन गृह में अपने कॅरियर की शुरुआत करती है। पर उसका दिल, दिन-रात ग्रे के लिए तड़प रहा है और जब वह एक नई व्यवस्था के साथ सामने आता है, तो वह उसे इंकार नहीं कर पाती। जल्द ही वह उसके जीवन के ऐसे पचासों कड़वे रंगों व अतीत के कठोर पलों से रु-ब-रु होती है, जो उसकी कल्पना से भी कहीं परे थे। ऐसे रंग, जिन्होंने ग्रे को बुरी तरह से तोड़ दिया है, उसके बचपन की यादों को नफरत के ज़हर से भर दिया है। पर जब ग्रे अपने भीतर बसे राक्षसों से लड़ने का फैसला ले लेता है, तो एना के सामने एक अहम सवाल आ खड़ा होता है कि वह उसे अपनाए या छोड़ दे?
G.K.Digest - Magazine: जी.के. डाइजेस्ट - पत्रिका
by Gradeupजी.के. डाइजेस्ट इस किताब मे देश और विदेश मे वर्तमान मे हुई 250 से ज्यादा घटनाए विस्तार से बताई गई है, यह मंथली डाइजेस्ट अपडेट जून-2020" में हुई महत्वपूर्ण समाचार और घटनाओं का एक संग्रह है। इस फ़ाइल आगामी बैंकिंग, एसएससी, रेलवे परीक्षा और साक्षात्कार के लिए महत्वपूर्ण है। 9000 से जादा आनेवाले इम्तिहानो के सवालो के जवाब दिये गये है और देश विदेश मे कोविड 19 की परिस्थिती के बारे मे बताया गया है। बँक के इम्तीहानो मे आनेवाले सवालो का विश्लेषण दिया गया है।
Gaban
by PremchandGaban is a novel about the love of ornaments and its bad consequences. In Gaban, Premchand captures the spirit of the times without going into the details of political struggle. The depiction of Jalpas reincarnation as a new and changed character makes this novel one of the best in Indian Literature.
Gaban: गबन
by Munshi Premchandगबन इस किताब का लेखन मुंशी प्रेमचंद इन्होने किया है और साहित्यगार प्रकाशन ने किताब हिंदी भाषा मे प्रकाशित किया है । सामाजिक परिवेश को दर्शाता प्रेमचंद का श्रेष्ठ उपन्यास हिंदी के महानतम साहित्यकारों की सूची हमेशा ही मुंशी प्रेमचंद के नाम के बिना अधूरी रहेगी । इस साहित्य सम्राट द्वारा लिखे गए उपन्यास ग़बन को उनकी सबसे लोकप्रिय रचनाओं में से एक माना जाता है । यह रामनाथ नाम के एक युवक की कहानी है जो नैतिक रूप से कभी स्थिर न रह पाने के कारण जीवन के सभी निर्णयों में कमज़ोर साबित हुआ । अपनी सुन्दर पत्नी जालपा की आभूषणों की चाह को पूरा करने के लिए, उसके व्यक्तिगत और आर्थिक दोनों पक्ष बिगड़ने लगते हैं और वह मुसीबतों में फंसता चला जाता है । इस उपन्यास के माध्यम से प्रेमचंद समाज के मध्यवर्ग का सजीव दर्पण प्रस्तुत करते हैं जो क्षणभंगुर दिखावट के लिए बहुत से स्वांग भरता है । इस कहानी में पाप-सम्मत समाज की असलियत भी दर्शाई गयी हैं, जिसमें सब कुछ है - चोरी, रिश्वतखोरी, झूठ, फ़रेब, हेरा-फेरी, विधवाओं की दुर्दशा और ग़बन । कहानी में प्रेमचंद ने समझौता-परस्त और महत्वकांशा से पूर्ण मनोवृति तथा पुलिस के चरित्र को बेबाकी से प्रस्तुत करते हुए कथा को जीवंत बना दिया है । यहाँ पारिवारिक जीवन का मनोविज्ञानिक चित्र भी है तथा नारी की आभूषणप्रियता और पुरुष का आत्मदर्शन भी । मध्यवर्गीय समाज की दुर्बलताओं को पति-पत्नी के जीवन में चरितार्थ करते हुए स्वाभाविक और यथार्थ कथा रची गयी है ।
gajmukta ki talaash
by Ira Suxena Surendra SumanGajmukta pearl handed over to his granddaughter Ambika Dewan live in the freedom struggle have gone to jail. Ambika and her friends Jeelni such problems arose because the British Government at all costs wanted to Gajmukta. Ultimately who win? To know this read the story of ‘Gajmukta Ki talaash’.
Gali Mohallon Ke Kuchh Khel
by Mulkraj Anandइस पुस्तक में बच्चों द्वारा गली मोहल्लों में खेले जाने वाले खेलों को कहानी के माध्यम से दर्शाया गया है। In this book the writer told about the games played by the children through the story.
Game: गेम
by Anil Mohanगेम। वो ही गेम, जो हम अक्सर अक्सर खेलते हैं। लेकिन खेलते-खेलते हम “गेम” के इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि हमें पता ही नहीं चलता कि हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वो भी किसी गेम की ही महत्वपूर्ण चाल है। आज के दौर के बेहद लोकप्रिय उपन्यासकार “अनिल मोहन” की कलम से निकला “देवराज चौहान सीरीज़” का एक शानदार उपन्यास। दिमाग की कसरत करा देने वाला उपन्यास। झटके पर झटका। लगभग 400 पन्नों में सिमटी विशाल महागाथा।
Game Of Death: गेम ऑफ डेथ
by Santosh Pathakआठ दोस्त जो एक दूसरे को पापी कहकर बुलाते थे, अचानक ही बस सात रह गये, क्योंकि राहुल हांडा को कोई चुड़ैल उठा ले गयी। बात यकीन के काबिल नहीं थी, पुलिस तो हरगिज भी नहीं करने वाली थी, मगर दो महीने बाद फिर से एक वैसी ही घटना घटित हुई और बाकी बचे दोस्तों में से मधु कोठारी को कोई पिशाच अपने साथ लेकर चला गया। हद तो तब हो गयी जब दोनों ही मामलों में पुलिस को साफ-साफ किन्हीं पैरानार्मल एक्टीविटीज का दखल दिखाई देने लगा। हर तरफ भूत प्रेतों के चर्चे, ना समझ में आने वाली बातें और हैरान कर देने वाला घटनाक्रम। ऐसे में विराट राणा के लिए सच्चाई की तह तक पहुंच पाना आसान नहीं था।
Gandhari Ki Atmakatha: गांधारी की आत्मकथा
by Manu Sharmaगांधारी, अपने पुत्रों को समझाओ। द्वारकाधीश की माँग बहुत कम है। अब पाँच गाँव से और कम क्या हो सकता है? अब वे मेरे समझाने की सीमा में नहीं रहे। जब पानी सिर से ऊपर बहने लगा तब आप उसे ने के लिए कहते हैं! आपसे अनेक अवसरों पर ओंर अनेक बार मैंने कहा है कि यह दुर्योधन बिना लगाम का घोड़ा हो गया है, उसपर नियंत्रण करिए; पर उस समय आपने बिलकुल ध्यान ही नहीं दिया। आज वह बात इस हद तक बढ़ गई कि यह घोड़ा जिस रथ में जुता है उसीको उलट देना चाहता है, तब आप मुझसे कहते हैं कि घोड़े की लगाम कसो! आपके पुत्रों ने पांडवों पर क्या-क्या विपत्ति नहीं ढाई! हर बार उन्हें समाप्त करने का प्रयत्न करते रहे। मैं हर बार तिलमिलाती रही और हर बार आपका मौन उन्हें प्रोत्साहन देता रहा। किसलिए? इस सिंहासन के लिए, जो न किसीका हुआ है और न किसीका होगा? इस धरती के लिए, जो आज तक न किसीके साथ गई है और न जाएगी? इस राजसी वैभव के लिए, जिसने हमें अहंकार के अतिरिक्त और कुछ नहीं दिया है? इसे आप अच्छी तरह जान लीजिए कि यदि कोई वस्तु हमारे साथ अंत तक रहेगी और इस संसार को छोड़ देने के बाद भी हमारे साथ जाएगी तो वह होगा हमारा धर्म, हमारा कम।'आपने उसीकी उपेक्षा की। मोह-माया, ममता, पुत्र-प्रेम और लोभ से ही घिरे रहे। इसी लोभ ने आपके पुत्रों को पांडवों के प्रति ईर्ष्यालु बनाया। अब जो कुछ हो रहा है, वह उसी ईर्ष्या का शिशु है। अब आप ही उसे अपने गोद में खिलाइए। मैं उसका जिम्मा नहीं लेती। मैंने कई बार कहा है कि हमारे दुर्भाग्य ने हमें संतति के रूप में नागपुत्र दिए हैं। वे जब भी उगलेंगे, विष ही उगलेंगे। इसलिए नागधर्म के अनुसार समय रहते हुए उनका त्याग कर दीजिए।
Gandhi Aur Ambedkar: गांधी और आंबेडकर
by Ganesh Mantriगांधी और आंबेडकर पर अनेक छोटे-बडे़ अध्ययन हुए हैं; किंतु अस्पृश्यों की सामाजिक स्थिति में परिवर्तन की दृष्टि से उनके विचारों और कार्यों का अध्ययन आंशिक रूप से ही हुआ है। प्रस्तुत अध्ययन का उद्देश्य अस्पृश्यता के परिप्रेक्ष्य में गांधी और आंबेडकर का समग्र रूप से तुलनात्मक विवेचन करना है। इस पुस्तक में इन दोनों महान् व्यक्तियों के जीवन-संदर्भों; विचारधाराओं; स्वतंत्रता-संग्राम के समय की सामाजिक-राजनीतिक प्रक्रियाओं का विश्लेषण करते हुए; भारत की वर्तमान परिस्थितियों में दोनों के विचार और कर्म की भूमिका तथा दलितों की वर्तमान स्थिति में इनकी प्रासंगिकता की खोज की गई है।
Gandhi Bharat Se Pahle: गांधी भारत से पहले
by Ramchandra Guha1893 में, जब मोहनदास गांधी ने दक्षिण अफ्रीका के लिए समुद्री यात्रा की, वह एक संक्षिप्त वकील थे जो भारत में खुद को स्थापित करने में विफल रहे थे। इस उल्लेखनीय जीवनी में, रामचंद्र गुहा का तर्क है कि गांधी ने डायस्पोरा में जो दो दशक बिताए, वे महात्मा के निर्माण थे। यहीं पर उन्होंने उस दर्शन और तकनीक को गढ़ा जो अंततः ब्रिटिश साम्राज्य को नष्ट कर देगा। चार महाद्वीपों में अभिलेखीय शोध के आधार पर, यह पुस्तक असंतुष्ट पंथों के साथ गांधी के प्रयोगों, उनकी दोस्ती और दुश्मनी और एक पति और पिता के रूप में उनकी विफलताओं की पड़ताल करती है। गांधी भारत से पहले कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने एक क्रॉस-क्लास और अंतर-धार्मिक गठबंधन को लामबंद किया, एक नस्लवादी शासन के खिलाफ उनकी लड़ाई में अहिंसा का संकल्प लिया। गहन शोध और खूबसूरती से लिखी गई यह पुस्तक आधुनिक भारत के महानतम व्यक्ति के बारे में हमारी समझ और प्रशंसा को मौलिक रूप से बदल देगी।