Browse Results

Showing 476 through 500 of 2,073 results

Chhattisgarh Bharati class 8 - SCERT Raipur - Chhattisgarh Board: छत्तीसगढ़ भारती ८वीं कक्षा - एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर - छत्तीसगढ़

by Rajya Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishad Raipur C. G.

छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की नई किताब बनाने का उद्देश्य बच्चों को स्वतंत्र और जिज्ञासु पाठक बनाना है। परिषद् की पुस्तकों ने यह भी रेखांकित किया है कि भाषा सीखने-सिखाने का दायित्व सिर्फ भाषा की पुस्तक का ही नहीं है वरन् अन्य विषयों की भी इसमें भूमिका है। कक्षा 8वीं में अध्ययनरत् विद्यार्थियों के लिए इस पुस्तक को विषय 'हिन्दी - छत्तीसगढ़ भारती' में सहायक पुस्तक के रूप में स्वीकृत किया गया है, इससे बच्चों में पठन, वाचन, तर्क एवं चिंतन क्षमता विकसित होगी। सामाजिक अध्ययन, विज्ञान व गणित की पुस्तकों को पढ़कर समझने के प्रयास से, स्वतंत्र व समृद्ध पाठक बनाना संभव होता है। पाठ्यपुस्तकों के अलावा विद्वानों द्वारा रचित साहित्य, अन्य प्रसिद्ध लेखकों द्वारा लिखी सामग्री के साथ-साथ बच्चों के लिए अन्य कहानी, कविता, नाटक आदि की पुस्तकों की भी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। बच्चों के अनेक स्वाभाविक अनुभवों के बारे में सोचना, उनका गहराई से विश्लेषण करना व इन सबको एक-दूसरे से बाँटना न सिर्फ भाषायी समझ बढ़ाता है वरन् कई और महत्वपूर्ण क्षमताएँ भी प्रदान करता है। कक्षा आठवीं में पढ़नेवाले बच्चों के भाषायी ज्ञान को और समृद्ध बनाना है। इसमें समझने व अभिव्यक्त करने, दोनों तरह की क्षमताएँ शामिल हैं। अच्छे लेखकों, कवियों और साहित्यकारों द्वारा लिखी कहानी, कविता, निबंध, नाटक आदि साहित्य की विधाएँ तो हैं ही, साथ ही-साथ ऐसी पुस्तकें सोचने-समझने के तरीकों को भी समृद्ध बनाती हैं। इन सभी की पढ़ने में रुचि पैदा करना ही एक प्रमुख लक्ष्य है। ज्यादातर भाषा-शिक्षण व साहित्य का उद्देश्य बच्चे के विकास व समाज के साथ उसके संबंध को गहरा करना व उसके सोचने व जीवन दर्शन को वृहद् करना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए यह आवश्यक है कि बच्चे अच्छे साहित्य को पढ़ें-लिखें और उस पर बातचीत करें। बच्चों का पुस्तक की सामग्री के साथ संबंध गहरा हो, उनके बीच एक सतर्क पाठक का रिश्ता बने। इसके लिए वे पाठों पर आधारित नए प्रश्न बनाएँ व अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर सामग्री में प्रस्तुत विचारों पर टिप्पणी करें।

Chhote Poudhe Bade Poudhe

by K. S. Sekharam

क.स. सेखाराम दवारा रचित यह पुस्तक पेड़ और पौधो की कहानी पर आधारित है। इस कहानी में पेड़ पौधो के गुणों को कहानी के माध्यम से बताया गया है। This book written by K.S.Sekharam, is based on the story of Plants and trees. The properties of Plants have been told through the story.

Chhotechacha ab aapke Shahar mein

by Vandana Singh Amit Mahajan

In a small town in northern India, three siblings await their father's youngest brother. They have heard many stories about Younguncle, so when he arrives, nine-year-old Sarita, seven-year-old Ravi, and the babyknow their lives will be changed. From feedinga tiger spinach-paneer to charming an angry tree ghost,Younguncle's adventures are as humorous and unusual as he is. Peppered with black-and-white illustrations, this entertaining chapter book was originally published to great acclaim in the author's native India.

Chhupa Dhan

by Rabindranath Tagore

This book is about the story of a person who finds the note for the treasure. How and what happens with him when he finds the treasure.

Chhupa Rustam

by Melanie Sekera

एक काले बिलाव और नन्‍हीं चुहिया की कहानी, जो बच्‍चों को कभी हँसाएगी तो कभी आश्‍चर्य में डाल देगी।The story of a black cocktail and a nog, which will never make the children laugh, will ever put them in surprise.

Chinta: चिंता

by Dada Bhagwan

चिंता से काम बिगड़ते हैं, ऐसा कुदरत का नियम है। चिंता मुक्त होने से सभी काम सुधरते हैं। पढ़े-लिखे खाते-पीते घरों के लोगों को अधिक चिंता और तनाव हैं। तुलनात्मक रूप से, मज़दूरी करनेवाले, चिंता रहित होते हैं और चैन से सोते हैं। उनके ऊपरी (बॉस) को नींद की गोलियाँ लेनी पड़ती हैं। चिंता से लक्ष्मी भी चली जाती है। दादाश्री के जीवन का एक छोटा सा उदाहरण है। जब उन्हें व्यापार में घाटा हुआ, तो वे किस तरह चिंता मुक्त हुए। “एक समय, ज्ञान होने से पहले, हमें घाटा हुआ था। तब हमें पूरी रात नींद नहीं आई और चिंता होती रहती थी। तब भीतर से उत्तर मिला की इस घाटे की चिंता अभी कौन-कौन कर रहा होगा? मुझे लगा कि मेरे साझेदार तो शायद चिंता नहीं भी कर रहे होंगे। अकेला मैं ही चिंता कर रहा हूँ। और बीवी-बच्चे वगैरह भी हैं, वे तो कुछ जानते भी नहीं। अब वे कुछ जानते भी नहीं, तब भी उनका चलता है, तो मैं अकेला ही कम अक्लवाला हूँ, जो सारी चिंताएँ लेकर बैठा हूँ। फिर मुझे अक्ल आ गई, क्योंकि वे सभी साझेदार होकर भी चिंता नहीं करते, तो क्यों मैं अकेला ही चिंता किया करूँ?” चिंता क्या है? सोचना समस्या नहीं है। अपने विचारों में तन्मयाकर हुआ कि चिंता शुरू। ‘कर्ता’ कौन हैं, यह समझ में आ जाए तभी चिंता जाएगी।

Chinta Chhodo Sukh Se Jiyo: चिंता छोड़ो सुख से जियो

by Del Carnegi

जीवन में प्रत्येक व्यक्ति किसी-न-किसी चिंता से ग्रस्त है। चिंता कई प्रकार की होती है। जीवन है तो चिंता है। प्रत्येक चिंता का कोई-ना-कोई समाधान भी अवश्य होता है, लेकिन हम अपनी समस्याओं में इतना घिरे रहते हैं कि चिंता कर-करके परेशान होते रहते हैं। चिंता के साथ बहुत बुरी बात यह है कि यह हमारी एकाग्रता की शक्ति को खत्म कर देती है और स्वस्थ आदमी को भी बीमार बना सकती है। डॉ. अलेक्सिस कैरेल ने कहा था - 'जो चिंता से लड़ना नहीं जानते, वे जवानी में ही मर जाते हैं।' अगर आप चिंता रूपी कैंसर से बचना चाहते हैं, तो इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें। इस पुस्तक में चिंता की समस्याओं का विश्लेशण कैसे करें और उन्हें कैसे सुलझायें, के व्यावहारिक जवाब दिए गए हैं। इन पर अमल करके आप न सिर्फ अपनी चिंता पर विजय पा सकते हैं, बल्कि खुश व स्वस्थ्य रहकर शांतिपूर्वक अपना जीवन भी जी सकते हैं। इस पुस्तक को पढ़े और चिंता पर विजय प्राप्त कर सुख से जीने का मूलमंत्र जानें। इससे पहले कि चिंता आपको खत्म करे, आप चिंता को खत्म कर दें...।

Chinta Chodo Sukh Se Jiyo - Novel: चिंता छोड़ो सुख से जियो - उपन्यास

by Dale Carnegie

प्रस्तुत पुस्तक ‘चिंता छोड़ो; सुख से जियो’ में सुप्रसिद्ध सेल्फ-हेल्प पुस्तकों के लेखक डेल कारनेगी ने अपने उन निजी अनुभवों को साझा किया है; जहाँ वे स्वयं अपने जीवन की परिस्थितियों से असंतुष्ट व परेशान थे। लेकिन समय के साथ उन्होंने अपने नजरिए को बदलकर सकारात्मक सोच को अपनाया। इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों को एक खुशहाल और तनावमुक्त जीवन की राह के विभिन्न आयाम सुझाए हैं। इस पुस्तक में दिए गए कुछ क्रियात्मक सुझावों और नियमों को जीवन में अपनाने से कोई भी व्यक्ति अपना आज और आनेवाला कल ज्यादा खुशनुमा बना सकता है।

Chintan Ke Chano Me

by Mahatma Bhagwan Deen

This book will help people to live their daily lives with lots of positivity and will motivate them to think seriously about different issues.

Chiriyaghar ka Naai

by Pratibha Nath

‘चिड़ि‍यांघर का नाई’एक बदलू नाम के नाई की कहानी है जो चिड़ि‍याघर के सभी जानवरों के बाल काटता है। चिंम्‍पैजी द्वारा उसकी कैंची चुराकर शेर की पूंछ काट देने के कारण शेर बदलू नाई पर अपना गुस्‍सा निकालता है।

Chitra-Grive

by Dhangopal Mukherjee Talewar Giri

Take flight with Chitra-Grive, the passenger pigeon with a shimmery throat, his kind young master and Ghond, the wildlife expert, on their adventures in a village, across the Himalayas and to a battlefield in France. In this heartwarming, sometimes heartbreaking tale, soar through Chitra-Grive’s encounters with hawks and eagles, his quests with the swifts and a monk, and finally his heroic service as a bearer of messages filled with love and courage during the First World War.

Chitrakala class 11 - RBSE Board: चित्रकला 11वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड

by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmer

चित्रकला कक्षा 11 के विद्यार्थियों के लिखी गई पाठ्यपुस्तक प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता है । पुस्तक लेखन पाठ्यसामग्री संकलन में यह ध्यान रखा गया है कि हिंदी साहित्य की समृद्ध संपदा के राष्ट्रीय फलक से विद्यार्थियों को परिचित करवाते समय राजस्थान के आदर्श नायकों तथा रचनाकारों का व्यक्तित्व एवं कृतित्व भी विद्यार्थियों के समक्ष आए ताकि हमारे विद्यार्थी हिंदी की मुख्यधारा में राजस्थान के योगदान को रेखांकित करने में समर्थ बनें। छोटे कलेवर वाली इस पुस्तक में संकलित सामग्री एक संकेत मात्र है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी इस दिशा में सोचना तथा इस राह पर अग्रसर होना शुरु करेंगे। निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार पुस्तक के संपादन का गुरुत्तर दायित्व प्रदान करने हेतु माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर का आभार । इस पुस्तक में कला परिचय एवं विकास क्रम, चित्र के तत्त्व, संयोजन के सिद्धान्त, चित्र के माध्यम एवं तकनीक, सिन्धु सभ्यता के मूर्ति शिल्प, मौर्य, शुंग, कुषाण एवं गुप्तकालीन मूर्तिशिल्प, राजस्थान की मूर्तिकला और समकालीन भारतीय मूर्तिकला आदि के बारे में वर्णन किया गया है।

Chokher Bali: चोखेर बाली

by Ravindranath Tagore

रवीन्द्रनाथ टैगोर एशिया के पहले साहित्यकार थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया। उच्चकोटि के कवि होने के साथ उन्होंने कहानी, निबन्ध, यात्रा-वृत्तान्त और उपन्यास के क्षेत्र में भी साहित्य सृजन किया। उनका उपन्यास ‘चोखेर बाली' प्रेम, वासना, मित्रता और दाम्पत्य जीवन के ऊहा- पोह में फँसे बिनोदिनी और महेन्द्र, आशा और बिहारी की बड़ी ही मार्मिक कहानी है। मानवीय भावनाओं को अपने अनूठे शिल्प से उकेरते हुए लेखक ने बंगाल के तत्कालीन समाज का भी सजीव चित्रण प्रस्तुत किया है। वहीं इस उपन्यास में माँ राजलक्ष्मी और बेटे महेन्द्र के प्रेम को भी दर्शाया गया है और इसके साथ ही महेन्द्र की चाची अन्नपूर्णा की भी विशेष भूमिका रही है। उपन्यास में प्रेम, मित्रता की हृदय को छू लेने वाली वेदना से परिपूर्ण बातें पाठक के मन को अपनी ओर पूर्णरूपेण खींच लेने में सक्षम हैं।

Chor

by Ramashraya Dixit

In the current world where everyone is running after money, people get involved in indecent activities. These indecent activities give birth to corruption. The writer has given a solution to this problem with the help of the two characters of the novel.

Choti Ghathbandhan

by Ghanshyam Murari Saxena

‘चोटी गठबंधन’यह तीन विद्यार्थियों की कहानी है। घनश्याम शरारत में कक्षा में अपने दो सहपाठी हरि और बिहारी की चोटी बाँध देता है। इस कारण वह शिक्षक से डाँट खाता है। शिक्षक के कहने पर, चोटी खोलने के प्रयास में उससे एक सहपाठी की चोटी पूरी कट जाती है जिसके कारण सहपाठी उससे बहुत नाराज होता है। अन्त में घनश्याम अपनी शरारत के लिये दोनों सहपाठी से माफी माँगता है और तीनों में सुलह हो जाती है। ‘Choti Gathbandhan’ is the story of three students. A Student Ghanshyam, ties the hair braid of his two classmates hari and Bihari in the class. The teacher scold him due to his mischief. Spurred by the teacher to open the hair braid, he cuts the entire braid of a classmate. The classmate got very angry with him. Lastly, Ghanshyam apologized to both classmates for his mischief, and three are in the reconciliation.

Chuha Saat Punchonwala

by Gijubhai Badheka

इस पुस्‍तक में गिजुभाई बधेका ने बच्‍चों की कहानियों के बारे में बताया है। यह कहानियाँ बच्‍चों के लिए मनोरंजन से भरपूर है।In this book Ghijubhai Badheka discribe about the children’s stories. This stories full of entertainment for kids.

Chuhe Ko Milee Pencil

by V. Suteyev

इस पुस्तक में एक चित्रकथा है जिसमें चूहे को एक पेंसिल मिलती है और वह उसे कुतरना चाहता है पर पेंसिल चूहे से आखिरी बार एक चित्र बनाने का अनुरोध करती है। The is a comic story book in which mice finds a pencil and he wants to nibble it. But pencil request the mice to making a painting in last time.

Chuninda Kahaniyan Bhag 1

by Premchand

A collection of short stories of Premchand especially written for children. The stories look to the world with the innocence of childhood.

Chuninda Kahaniyan Bhag 2

by Premchand

Part two of a collection of short stories of Premchand especially written for children. The stories look to the world with the innocence and simplicity of childhood. Quite different from the modern world theorist it show the souls of the children through the wonderful stories.

Chutarputar_Ki_Chhalaang_Avam_Anya_Kahaniyan

by Subhadra Malvi

“चुटरपुटर की छलाँग एवं अन्‍य कहानियाँ” छह चित्र-कथाए है। जिसमें चुटुरपुटर चूहा और कठफोड़वा चिड़ि‍या, चीनू चीटीं और मीनू बुलबुल, टिनी और मिनी गिलहरियां, चुनचुन और मुनमुन चिड़ि‍याँ, घड़ी की दो सुइयाँ, और समझदार बच्‍चे ये सभी इस चित्र-पुस्‍तक की कहानियों के पात्र हैं। इन सभी की मिल-जुलकर रहने की प्रवृत्ति को इन कहानियों में बड़े सुंदर ढंग से दर्शाया है। "Chutrputar ki Chhalaang avam Anya Kahaniyan" is a collection of six picture stories. Chuturputar the rat and bird woodpecker, menu nightingale and Chinu Ant, Tiny and Mini squirrels, chunchun and Mun Mun birds, two needles of the clock, and the smart kids, all of them are the characters of these stories. All of these tend to be living together in these stories.

Cinderella

by BPI India Pvt Ltd

A Classic Fairy tale for Children

Clee Tapu Par Romanch

by Tanuka Bhaumik Ando

इस कहानी में क्‍ली टापू पर होने वाले रोमांच के बारे में बताया गया है। This story has been told about the thrill of Clee Island.

Clinical Acupressure: क्लीनिकल एक्यूप्रेशर

by Sudhir Somaiya

क्लीनिकल एक्यूप्रेशर ये किताब हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस किताब मे योग और आयुर्वेद द्वारा समस्त रोगों की चिकित्सा प्राण तत्व के संतुलन की अवधारणा पर आधारित है, तथा यही आधार प्राचीन चिकित्सा पद्धति एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर का भी है । यह किताब हमारे प्रेरणा स्त्रोत समस्त योगाचार्य, आयुर्वेदाचार्यों एवं एक्यूप्रेशर संशोधकों को समर्पित है ।

Code Kakori: कोड काकोरी

by Manoj Rajan Tripathi

इस कहानी का बीज मेरे सामने बोया गया था और आज कहानी फसल बन कर लहलहा रही है, CODE काकोरी को दिल से मुबारकबाद - साजिद नाडियाडवाला। काकोरी अस्पताल के वॉर्ड में एक डेड बॉडी पड़ी है, जो पूरी तरह काली पड़ चुकी है। लाश पर सोने-चांदी के ब्रिटिश कॉइंस पड़े हैं। हर सिक्के पर क्वीन विक्टोरिया की तस्वीर छपी है। क़ातिल ने लाश के सीने पर पीतल की थंब पिन से एक ए फोर साइज़ का कागज़ टैग किया है, जिस पर लिखा है—हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन। आख़िर क़ातिल का इशारा क्या है? क्यों छोड़े हैं उसने ये सुराग़? पुलिस को क्यों चैलेंज कर रहा है ये क़ातिल? असल में ये वही विक्टोरियन कॉइंस हैं, जो 1925 के ‘काकोरी कांड’ में लूटे गए थे। ये वही हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन है जो 1924 में चंद्रशेखर आज़ाद ने बनाई थी। तब मक़सद था ब्रिटिश हुकूमत के ख़िलाफ़ बारूदी जंग छेड़ना, और बारूद उगलने वाले हथियार ख़रीदने के लिये 9 अगस्त 1925 को ट्रेन रोककर काकोरी में ही लूटा गया, अंग्रेज़ों का खज़ाना। लेकिन चौरानवे साल बाद अब क्या मक़सद है? अब क्या इरादा है? किसके ख़िलाफ़ है ये जंग? अब कौन है जिसने बनाया है ‘कोड काकोरी’? मनोज राजन त्रिपाठी के इस उपन्यास में थ्रिल है, सस्पेंस है, एक्शन है, कॉमेडी है, ड्रामा है; कहने का मतलब, एक पूरी फ़िल्म का मज़ा है।

Colonel Jim Corbett

by K. R. Pandey

This is biography of great nature lover to had said to save forest and its animals from human being. This biography by Pandey gives a vidvid discription of life of Colonel jim Corbett. In the modern era where we are killing our nature and its resources this is a very good read for all of us.

Refine Search

Showing 476 through 500 of 2,073 results