- Table View
- List View
Rich Dad Poor Dad: रिच डैड पुअर डैड
by Robert T. Kiyosakiरिच डैड पुअर डैड यह पुस्तक इस मिथक तोड़ती है कि अमीर बनने के लिए ज़्यादा कमाना ज़रूरी है, खासकर ऐसी दुनिया में जहां तकनीक, रॉबर्ट और एक वैश्विक अर्थव्यवस्था नियमों को बदल रहे हैं। रॉबर्ट कियोसाकी ने दुनिया भर के लाखों-करोड़ों लोगों की पैसों के बारे में सोच को चुनौती देते हुए उसे बदल दिया है। ऐसे दृष्टिकोण के साथ जो परम्परागत सोच का विरोध करता है, रॉबर्ट ने सीधी बात, अवमानना और साहस के द्वारा अपनी छवि अर्जित की है। यह बेस्टसेलिंग पुस्तक सरल भाषा में सिखाती है कि पैसे की सच्चाई क्या है और अमीर कैसे बना जाता है। लेखक के अनुसार दौलतमंद बनने की असली कुंजी नौकरी करना नहीं है, बल्कि व्यवसाय या निवेश करना है। व्यक्तिगत वित्त-प्रबंधन की सर्वकालिक #1 पुस्तक!
Rimjhim class 3 - NCERT - 23: रिमझिम ३री कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (2005) सुझाती है कि बच्चों के स्कूली जीवन को बाहर के जीवन से जोड़ा जाना चाहिए। यह सिद्धांत किताबी ज्ञान की उस विरासत के विपरीत है जिसके प्रभाववश हमारी व्यवस्था आज तक स्कूल और घर के बीच अंतराल बनाए हुए है। नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या पर आधारित पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें इस बुनियादी विचार पर अमल करने का प्रयास है। बच्चों के हाथ में जैसे ही कोई नई किताब आती है, वे झट से उसे उलटना-पलटना शुरू कर देते हैं। उनमें एक स्वाभाविक उतावलापन होता है- चित्र निहारने का, कविता और कहानियों के बारे में जानने का या स्वयं उन्हें पढ़ डालने का। इस पाठ्यपुस्तक ने उनकी इस स्वाभाविक प्रवृत्ति का भरपूर फ़ायदा उठाने की कोशिश की है। किताब के लिए ऐसी कविताओं और कहानियों को चुना गया है, जिनमें बच्चों की बातचीत, उनकी आदतें, उनके नखरे, जिद, उनके सवाल साफ़-साफ़ झलकते हैं। इसलिए बच्चे ऐसी कविताओं या कहानियों से विचार और भावनाओं के स्तर पर एक जुड़ाव महसूस करेंगे।
Rimjhim class 4 - NCERT - 23: रिमझिम ४थीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadराष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2005 सभी मूल्यों की जड़ में सामाजिक सद्भाव एवं शांति को चिह्नित करती है और इस उद्देश्य के लिए प्रत्येक विषय को महत्त्व देती है। शांतिपरक मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। भाषा किसी भी संस्कृति में मूल्यों को बनाए रखने का काम करती है। दूसरों के प्रति खासकर असमानता, क्षमता या पृष्ठभूमि के अंतर के संदर्भ में बच्चों को संवेदनशील बनाना भी भाषा-शिक्षण के दौरान होना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुस्तक में सुनीता की पहिया कुर्सी पाठ दिया गया है। इसी तरह की अन्य सामग्री पत्र-पत्रिकाओं से या स्वयं विकसित करके शिक्षक उनका उपयोग कर सकते हैं। शिक्षक को चाहिए कि मूल्यों के विकास में भाषा की भूमिका सुनिश्चित करते हुए कक्षा में अपने और बच्चों के व्यवहार में उसकी परिणति लाए। रिमझिम 4 में भी कई पाठ सिर्फ़ पढ़ने के लिए दिए गए हैं उनके साथ कोई प्रश्न नहीं है। इन पाठों को देने का उद्देश्य बच्चों को पढ़ने की अतिरिक्त सामग्री उपलब्ध कराना है जिसे वे प्रश्नों के बोझ से मुक्त होकर आनंद लेते हुए पढ़ सकें। बच्चों को पढ़ने के जितने अधिक अवसर मिलेंगे, उतना ही अधिक उनकी पढ़ने की गति एवं शब्द-भंडार बढ़ेगा तथा वर्तनी संबंधी त्रुटियों में कमी आएगी।
Rimjhim class 5 - NCERT - 23: रिमझिम ५वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadइस रिमझिम पुस्तक में ताने-बाने को चार सूत्रों में पिरोया गया है। हर सूत्र का अपना रंग और अपनी छटा है। अपनी-अपनी रंगतें के अंतर्गत रीति-रिवाज़, जीवन शैली, हुनर, विरासत और बोली आदि संस्कृति के विभिन्न आयामों की झलक है। इस भाग को पढ़ाते समय यह ध्यान में रखना ज़रूरी होगा कि सांस्कृतिक विविधता के बारे में शिक्षक का स्वयं का ज्ञान ही इन पाठों को बच्चे के लिए जीवंत बना सकता है। इस भाग के माध्यम से रिमझिम-5 हमारी अनमोल विरासत को सहेजने का प्रयास है। अभिव्यक्ति के कई माध्यम हैं। समय के साथ-साथ इन माध्यमों में भी बदलाव आया है। अपनी बात लोगों तक पहुँचाने का तरीका समय के साथ कैसे बदलता रहा है- पुस्तक के दूसरे भाग बात का सफ़र में इसी रोचक सफ़र की झलक है। रिमझिम-5 में कई साहित्यकारों की रचनाएँ ली गई हैं। जैसे- प्रेमचंद, सुभद्रा कुमारी चौहान, नागार्जुन, सोहनलाल द्विवेदी, आर. के. नारायण आदि। आने वाली कक्षाओं में साहित्य से बच्चों का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ता जाएगा। रचनाओं को गहराई से समझने के लिए उनके लेखकों का परिचय उपयोगी है।
Rimjhim (II) class 2 - Ncert
by NcertThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 2 subject Hindi. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school going students.
Rishtey: रिश्ते
by Sanjay Sinhaमुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि मेरी माँ ने ही फेसबुक की कल्पना पहली बार की थी। मार्क जुकरबर्ग तो बहुत बाद में आए फेसबुक के इस संसार को लेकर। मेरी माँ उनसे बहुत पहले से अपने लिए फेसबुक का संसार रच चुकी थी। वो इस दुनिया में बहुत कम समय तक रह पाई, लेकिन जितने भी दिन रही, रिश्ते जोड़ती रही। मैंने उसे कभी किसी से रिश्ते तोड़ते नहीं देखा। कहती थी कि रिश्ते बनाने में चाहे सौ बार सोच लो, लेकिन तोड़ने में तो हजार बार सोचना। माँ कहती थी कि एक दिन वो नहीं रहेगी लेकिन ‘रिश्ते’ रहेंगे। सब एक-दूसरे से जुदा होते चले जाएँगे, लेकिन रिश्तों का कारवाँ सबको एक-दूसरे से जोड़े रहेगा। आदमी आता है चले जाने के लिए, लेकिन रिश्ते जिंदा रहते हैं यादों में, व्यवहार में, मस्तिष्क में। सचमुच, माँ चली गई, फेसबुक पर माँ मिल गई। एक दिन भाई चला गया, फेसबुक पर भाई मिल गया। एक दिन मैं चला जाऊँगा, कोई मुझे फेसबुक पर ढूँढ़ लेगा।
Road Trip 13000 feet: रोड ट्रिप १३००० फीट
by Devendra Pandeyतीन अनजाने जो मित्र बने। पहली मुलाकात और पहली ही मुलाकात में रोड ट्रिप की योजना, तीन यात्राएं, तीन पड़ाव, तीन कहानियां, लेकिन मंजिल एक। जिंदगी की परेशानियों और उलझनों से जूझ रहे तीन अनजाने दुनिया जहान को भुला कर एक अनोखे सफर पर निकल पड़े, एक ऐसे अनुभव के लिए जिसने उन्हें बदल कर रख दिया। यात्रा जो मुम्बई के मैदानों से आरम्भ होकर उत्तराखंड की बर्फीली चोटियों तक पहुंच जाती है, जहां उनका सामना उनकी नियति से होता है। नियति जो जीवन मरन से परे जाकर उनके अस्तित्व को ही बदल कर रख देती है। रास्तों में मंजिल खोजने की कहानी।
Rohatasmath: रोहतासमठ
by Shree Babu Durgaprasad Khatriजमानिया तिलिस्म के राजा गोपालसिंह बडे बहादुर लेकिन नेक और सज्जन व्यक्ति थे । किन्तु उनकी रानी बड़ी ही धूर्त और ऐयाश थी जिसने धोखा देकर उन्हें कैद में डाल दिया और उन्हें मरा मशहूर करके उनके राज्य और तिलिस्म पर कब्जा कर लिया । किन्तु राजा गोपालसिंह के एक तेज ऐयार ने उनका पता लगाकर उन्हें छुड़ाया । उसके बाद उन्होंन कैसे अद्भुत काम किये और किस तरह तिलिस्म को तोड़ कर वहां की दौलत और अद्भुत वस्तुओं पर कब्जा किया, ये सनसनीखेज कथा इस उपन्यास में पढ़िये ।
Roopkunwar: रूपकंवर
by Satya Vardhan Dobriyal“रूपकंवर” इस उपन्यास में मैंने देश भर में व्याप्त उस परिदृश्य और हमारे समाज के जाने माने लोगों के मध्य जिस प्रकार के आचार-व्यवहार देखने को मिलता है उसे आप तक लाने का प्रयास किया है। साहित्य के दस रूपक और अठ्ठारह उपरूपकों का इस्तेमाल इस उपन्यास में नहीं किया जा सकता था क्योंकि यह उस प्रकार की कृति नहीं है लेकिन यह रचना एक कलात्मक रचना है ऐसा भीं नहीं कहा जा सकता है। लेकिन जिस प्रकार की कथावस्तु इसमें है उससे पाठक आनंद जरूर उठा सकते हैं और जो संदेश मैं समाज को देना चाहता हूं उसे देने में सफल हो सकता हूं। आप इस उपन्यास को पढ़ते हुए चरित्रों की विशेषताओं का जरा गौर से निरीक्षण करना और फिर आप देखेंगे कि चित्र किस तरह आपके मस्तिष्क में उभर कर आते हैं।
RPWD Act - Hindi-2016: आरपीडब्ल्यूडी ॲक्ट - हिंदी-2016
by Rpwd Actदिव्यांगजनों के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों को प्रभावी बनाने के लिए अधिनियम दिए गए है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने, 13 दिसम्बर, 2006 को दिव्यांगजनों के अधिकारों पर उसके अभिसमय को अंगीकृत किया था, और पूर्वोक्त अभिसमय दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए सिद्धांत अधिकथित करता है।
RRB Group D Current Affairs Vaarshikaank 2019 - Competitive Exam
by Indic TrustThis magazine contains the current affairs related to Science and Technology, Politics, Economics, Sports and Awards etc. This helps the aspirants to solve the questions related to General Knowledge asked during examination.
RRB Group D Logical Reasoning- Competitive Exam
by Indic TrustThis book contains the material of verbal reasoning for the preparation of Railway Group (D) Examination. Verbal Reasoning includes the topics like Blood Relation, Directions, Number and Alphabetic Series, Sitting Arrangements etc.
RRB Group D Samanya Adhyayan Solved Question Papers- Competitive Exam
by Indic TrustThis book is prepared for the candidates too practice the multiple-choice questions of subjects like Indian and World History, Polity, Economics and Geography etc. It helps in improving their speed and accuracy. So that they can pass their examination.
RRB Group D Samanya Vigyan MCQ With Answers - Competitive Exam
by Indic Trust Indic TrustrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. RRB Group D Samanya Vigyan MCQ With Answers book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
RRB Group D Samanya Vigyan Theory -Competitive Exam
by Indic TrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. This Samanya Gyan Theory book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
RRB Group D Solved Question Papers Competitive Exam
by Indic TrustThis compilation is prepared for the candidates who are studying for the preparation of Railway Group D examination. RRB Group D Solved Question Papers book is processed in such a way that student will find them more accessible and easy for their preparation.
Ruchira
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject Sanskrit, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Ruchira
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 7th subject Sanskrit, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Ruchira class 6 - Himachal Pradesh Board: रूचिरा कक्षा 6 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh School Shiksha BoardThis book is the basic text book of subject Sanskrit prescribed by the himachal pradesh board for the students of class six. The accessible version of the book doesn't leave any part of the book. Students and aspiring civil servants must read this to get success in the state and national level examinations.
RUCHIRA bhag 3
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 8th subject Sanskrit, studying through Hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Rudrayan 2 - (Adbhut Aghoree): रुद्रायन २ - (अद्भुत अघोरी)
by Dr Ranjana Vermaरुद्रायन - 2 ही डॉ. रंजना वर्मा यांनी लिहिलेली एक ऐतिहासिक मराठी कादंबरी आहे, जी मराठा साम्राज्याच्या इतिहासातील महत्त्वाच्या घटनांवर आधारित आहे. या कादंबरीत एका किल्लेदाराच्या जीवनातील संघर्ष आणि त्याच्या कुटुंबाची कथा सांगितली आहे. मराठा साम्राज्याच्या सत्तासंघर्षात, युद्धात, आणि विविध सामाजिक-सांस्कृतिक परिस्थितीतून मार्ग काढताना या किल्लेदाराला येणाऱ्या अडचणींचे आणि त्याने दाखवलेल्या शौर्याचे वर्णन यात केलेले आहे. कादंबरीत त्या काळातील वास्तवाचे आणि घटनांचे जिवंत चित्रण आहे, ज्यामुळे वाचकांना ऐतिहासिक वातावरणाचा अनुभव येतो. या कथा कथानकात किल्लेदाराच्या कौटुंबिक नातेसंबंधांपासून ते साम्राज्याच्या संरक्षणापर्यंत विविध पैलूंवर प्रकाश टाकला आहे. कादंबरी केवळ इतिहासप्रेमी वाचकांसाठीच नाही, तर साहित्यप्रेमींसाठीही आकर्षक ठरते, कारण ती एका विशिष्ट काळातील सामाजिक-सांस्कृतिक आणि राजकीय परिस्थितीचे सजीव चित्रण करते. अशा प्रकारे, रुद्रायन - 2 ही मराठी साहित्याच्या विश्वातील एक महत्त्वपूर्ण आणि वाचनीय कादंबरी आहे, जी वाचकांना इतिहासातील एका महत्त्वाच्या कालखंडात घेऊन जाते.
Rudrgatha: रुद्रगाथा
by Sahitya Sagar Pandeyयह कथा है उस समय की, जब भारतवर्ष कई छोटे-छोटे राज्यों मे बँटा हुआ था। कई क्षत्रिय राजा, उन राज्यों पर शासन करते थे, और उन सबका अगुआ था, सबसे बड़े राज्य 'वीरभूमि' का अन्यायी सम्राट, कर्णध्वज। यह कथा है वीरभूमि राज्य की निर्वासित बस्ती में अपने काका के साथ रहने वाले एक ब्राह्मण पुत्र रुद्र की- एक योद्धा, जो पहले अपनी बस्ती का अधिपति बना है, और फिर पड़ोसी राज्य, राजनगर पर आक्रमण करके अपने अद्भुत पराक्रम एवं साथी योद्धाओं के सहयोग से उसने युद्ध में विजय प्राप्त की। इसके बाद अपने मित्रों, विप्लव, विनायक और कौस्तुभ के सहयोग से रुद्र ने वो युद्ध अभियान शुरु किया जो, अगले पाँच वर्षों तक अनवरत चलता रहा, जिसमें उसने बीस क्षत्रिय राज्यों को जीता। रुद्र, प्रतिशोध की आग में जलता हुआ आगे बढ़ता रहा, और एक दिन भारतवर्ष का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति बना। परन्तु उसका निरंतर आगे बढ़ने वाला विजयरथ, देवगढ़ विजय के बाद ठहर जाता है, और इस ठहराव का कारण है देवगढ़ की राजकुमारी पूर्णिमा। रुद्र का विजय अभियान पूरा हो चुका था, परन्तु परिस्थितियों ने रुद्र को, वीरभूमि राज्य के सम्राट कर्णध्वज के विरुद्ध एक अंतिम युद्ध लड़ने के लिए विवश कर दिया। क्या था उस अंतिम युद्ध का कारण? क्या सिर्फ बस्ती के निर्वासित लोगों के लिये ही रुद्र इतने कठिन एवं भयंकर युद्ध लड़ रहा था, या रूद्र के प्रतिशोध का कोई अन्य कारण भी था?