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Prasiddha Lok Kathayen
by ShankarThe book Famous Folk Stories is written by Shankar. Folklore of children is given in this book. Which is very Inspirational.
Pratham Aur Antim Mukti: प्रथम और अंतिम मुक्ति
by J. Krishnamurtiप्रथम और अंतिम मुक्ति में जे कृष्णमूर्ति की अंतर्दृष्टियों का व्यापक व सारगर्भित परिचय तथा उनमें सहभागिता का चुनौती भरा निमंत्रण प्राप्त होता है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं के विविध सरोकारों का समावेश इस एक पुस्तक में उपलब्ध है जो अंग्रेजी पुस्तक द फर्स्ट एंड लास्ट फ्रीडम का अनुवाद है। इस पुस्तक का प्रकाशन १९५४ में हुआ था लेकिन आज भी यह पुस्तक कृष्णमूर्ति की सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से एक है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं के सघन अध्ययन में एक और आयाम जुड़े, इसी अभिप्राय से यह संस्करण प्रस्तुत है।
Prathavi Hamara Avas
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 6th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn't leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Pratikraman (Granth): प्रतिक्रमण (ग्रंथ)
by Dada Bhagwanइंसान हर कदम पर कोई ना कोई गलती करता है जिससे दूसरों को बहुत दुःख होता है| जिसे मोक्ष प्राप्त करना है, उसे यह सभी राग-द्वेष के हिसाबो से मुक्त होना होगा| इसका सबसे आसान तरीका है अपने द्वारा किये गए पापों का प्रायश्चित करना या माफ़ी माँगना| ऐसा करने के लिए तीर्थंकरों ने हमें बहुत ही शक्तिशाली हथियार दिया है जिसका नाम है ‘प्रतिक्रमण’| प्रतिक्रमण मतलब, हमारे द्वारा किये गए अतिक्रमण को धो डालना| ज्ञानी पुरुष दादा भगवान ने हमें आलोचना-प्रतिक्रमण-प्रत्याख्यान की चाबी दी है जिससे हम अतिक्रमण से मुक्त हो सकते है| आलोचना का अर्थ होता है- अपनी गलती का स्वीकार करना, प्रतिक्रमण मतलब उस गलती के लिए माफ़ी माँगना और प्रत्याख्यान करने का अर्थ है- दृढ़ निश्चय करना कि ऐसी गलती दोबारा ना हो| इस पुस्तक में हमें हमारे द्वारा किये गए हर प्रकार के अतिक्रमण से कैसे मुक्त हो सके इसका रास्ता मिलता है|
Pratikraman (Sanxipt): प्रतिक्रमण (संक्षिप्त)
by Dada Bhagwanइंसान हर कदम पर कोई ना कोई गलती करता है जिससे दूसरों को बहुत दुःख होता है| जिसे मोक्ष प्राप्त करना है, उसे यह सभी राग-द्वेष के हिसाबो से मुक्त होना होगा| इसका सबसे आसान तरीका है अपने द्वारा किये गए पापों का प्रायश्चित करना या माफ़ी माँगना| ऐसा करने के लिए तीर्थंकरों ने हमें बहुत ही शक्तिशाली हथियार दिया है जिसका नाम है ‘प्रतिक्रमण’|प्रतिक्रमण मतलब, हमारे द्वारा किये गए अतिक्रमण को धो डालना| ज्ञानी पुरुष दादा भगवान ने हमें आलोचना-प्रतिक्रमण-प्रत्याख्यान की चाबी दी है जिससे हम अतिक्रमण से मुक्त हो सकते है| आलोचना का अर्थ होता है- अपनी गलती का स्वीकार करना, प्रतिक्रमण मतलब उस गलती के लिए माफ़ी माँगना और प्रत्याख्यान करने का अर्थ है- दृढ़ निश्चय करना कि ऐसी गलती दोबारा ना हो| इस पुस्तक में हमें हमारे द्वारा किये गए हर प्रकार के अतिक्रमण से कैसे मुक्त हो सके इसका रास्ता मिलता है|
Pratinidhi Kahaniyan-Akhilesh
by Akhileshअखिलेश की कहानियाँ बातूनी कहानियाँ हैं . .गजब का बतरस है उनमें । वे अपने पाठकों से जमकर बातें करती हैं अपने सबसे प्यारे दोस्त की तरह गलबहियाँ लेकर वे आपको आगे और. आगे ले जाती हैं और उनमें उस तरहकी सभी बातें होती हैं जो दो दोस्तों के बीच घट सकती हैं । (कोई चाहे तो इसे कहानीपन भी कह सकता है ।) यही वजह है कि बेहद गम्भीर विषयों पर लिखते हुए भी अखिलेश की कहानियाँ . जबर्दस्ती की गम्भीरता कभी नहीं झड़ती हैं । पढ़ते हुए कई बार एक मुस्कान-सी ओठों पर आने को ही होती है । क्योंकि उनके यहाँ कोई बौद्धिक आतंक, सूचना का कोई घटाटोप या किसी और तरह का बेमतलब का जंजाल चक्कर नहीं काटता कि पाठक कहीं' और ही फँसकर रह जाए. । इन कहानियों की एक और खूबी येह भी है कि ये कहानियाँ पाठक से ही नहीं बात करती चलती बल्कि खुद उनके भीतर भी कई तरह के समानान्तर संवाद चलते रहते हैं 1 वे खुद भी अपने चरित्रों से बतियाते चलते हैं, उनके भीतर चल रही उठा- पटक को .अपने अखिलेशियन अन्दाज में' सामने लाते हुए । क्या है ये अखिलेशियन अन्दाज ! उसकी पहली पहचान यह है कि वह बिना मतलब गम्भीरता का ढोंग नहीं करते बल्कि उनकी कहानियाँ अपने पाठकों को भी थोपी हुई गम्भीरता से दूर ले जानेवाली कहानियाँ हैं. । उनकी कहानियों का गद्य मासूमियत वाले अर्थों में हँसमुख ? नहीं है बल्कि चुहल- भरा, शरारती पर साथ ही बेधनेवाला गद्य है ।
Pratinidhi Kahaniyan-Amarkant
by अमरकांतअमरकांत की कहानियों में मध्यवर्ग, विशेषकर निम्न-मध्यवर्ग के जीवनानुभवों और जिजीविषाओं का बेहद प्रभावशाली और अन्तरंग चित्रण मिलता है ! अक्सर सपाट-से नजर आनेवाले कथ्यों में भी वे अपने जिवंत मानवीय संस्पर्श के कारण अनोखी आभा पैदा कर देते हैं ! सहज-सरल रूपबंधवाली ये कहानियां जिंदगी की जटिलताओं को जिस तरह समेटे रहती हैं, कभी-कभी उससे चकित रह जाना पड़ता है ! लेकिन यह अमरकांत की ख़ास शैली है ! अमरकांत के व्यक्तित्व की तरह उनकी भाषा में भी एक ख़ास किस्म की फक्कड़ता है ! लोक-जीवन के मुहावरों और देशज शब्दों के प्रयोग से उनकी भाषा में माटी का सहज स्पर्श तथा ऐसी सोंधी गंध रच-बस जाती है जो पाठकों को किसी छदम उदात्तता से परे, बहुत ही निजी लोक में, ले जाती है ! उनमे छिपे हुए व्यंग्य से सामान्य स्थितियाँ भी बेहद अर्थव्यंजक हो उठती हैं ! अमरकांत के विभिन्न कहानी-संग्रहों में चरित्रों का विशाल फलक ‘जिन्दगी और जोंक’से लेकर ‘मित्र मिलन’ तक फैला हुआ है ! उन्ही संग्रहों की लगभग सब चर्चित कहानियां एक जगह एकत्र होने के कारण इस संकलन की उपादेयता निश्चित रूप से काफी बढ़ गई है !
Pratinidhi Kahaniyan-Geetanjali Shree
by गीतांजलि श्रीयह गीतांजलि श्री की कहानियों का प्रतिनिधि संचयन है। गीतांजलि की लगभग हर कहानी अपनी टोन की कहानी है और विचलन उनके यहाँ गभग नहीं के बराबर है और यह बात अपने आपमें आश्चर्यजनक है क्योंकि बड़े-से-बड़े लेखक कई बार बाहरी दबावों और वक़्ती ज़रूरतों के चलते अपनी मूल टोन से विचिलत हुए हैं। यह अच्छी बात है कि गीतांजलि श्री ने अपनी लगभग हर कहानी में अपनी सिग्नेचर ट्यून को बरकरार रखा है। लेकिन सवाल यह है कि गीतांजलि कीकहानियों की यह मूल टोन आखिर है क्या? एक अजीब तरह का फक्कड़पन, एक अजीब तरह की दार्शनिकता, एक अजीब तरह की भाषा और एक अजीब तरह की रवानी। लेकिन ये सारी अजीबियतें ही उनके कथाकार को एक व्यक्तित्व प्रदान करती हैं। यहाँ यह कहना ज़रूरी है कि यह सब परम्परा से हटकर है और परम्परा में समाहित भी।
Pratinidhi Kahaniyan-Hrishikesh Sulabh
by Hrishikesh Sulabh''अपनी कहानियों पर बात करना मेरे लिए कठिन काम है। बहुत हद तक अप्रिय भी। लिखी जा चुकी और प्रकाशित हो चुकी कहानियों से अक्सरहाँ मैं पीछा छुड़ाकर भाग निकलता हूँ, पर मुझे लगता है कि यह मेरा भ्रम ही है। मेरी कहानियों के कुछ पात्र लगातार मेरा पीछा करते हैं और अपनी छवि बदलकर, किसी लिखी जा रही नई कहानी में घुसने की बार-बार कोशिशें करते हैं। कई बार तो घुस भी आते हैं और मैं उन्हें न रोक पाने की अपनी विवशता पर हाथ मलते रह जाता हूँ। जैसे, 'वधस्थल से छलाँगÓ का रामप्रकाश तिवारी, जो 'यह गम विरले बूझे' या 'काबर झील का पाखी' जैसी कहानियों में घुस आया। मैंने अपनी कहानियों में प्रवेश के लिए किसी एक रास्ते का चुनाव नहीं किया। हर कहानी में प्रवेश के लिए मेरी राह बदल जाती है। कभी किसी पात्र की बाँह पकड़कर प्रवेश करता हूँ, तो कभी कोई घटना या व्यवहार या स्मृति या विचार कहानी के भीतर पैठने के लिए मेरी राहों की निर्मिति करते हैं। हमेशा एक अनिश्चय और अनिर्णय की स्थिति बनी रहती है। हर बार नई कहानी शुरू करने से पहले मेरा मन थरथर काँपता है। शायद यही कारण है कि बहुत कम कहानियाँ लिख सका हूँ। मेरे कुछ मित्रों का मानना है कि कहानी और नाटक लिखने के बीच आवाजाही के कारण मेरी कहानियों पर आलोचकों की नज़र नहीं पड़ी। पर यह सच है कि नाटक और कहानी के बीच मेरी यह आवाजाही मुझे बहुत प्रिय है। हर बार नौसिखुए की तरह अथ से आरम्भ करना मुझे पुनर्नवा करता है। मैं यह करते रहना चाहता हूँ।'' —भूमिका से
Pratinidhi Kahaniyan-Jogendra Paul
by Jogendra Paulपहली बार मैं जब जोगेंद्र पाल से मिला तो वो ठीक अपनी शक्ल, किरदार और आदतों के एतवार से एक मालदार जौहरी नजर आया | बाद में मुझे मालूम हुआ कि मेरा कयास ज्यादा गलत भी न था | वो जौहरी तो जरूर है, लेकिन हीरे-जवाहरात का नहीं; अफसानों का - और मालदार भी लेकिन अपनी कला में | - कृष्ण चंदर | एक परिचय : धरती का काल उर्दू कथा-साहित्य में जोगेंद्र पाल अपने रचनात्मक अनुभव के लिए नए-नए महाद्वीप खोजनेवाले कथाकार हैं-चंद उन कथाकारों में से एक जिन्होंने अपनी आँखे बाहर की और खोल राखी हैं और जो अपने दिल के रोने की आवाज पर भी कान धरते हैं...| - डॉ. अनवर सदीद औरक | लाहौर जोगेंद्र पाल के यहाँ कहानी बयान नहीं होती, बल्कि सामने जिंदगी के स्टेज पर घटित होती है | उनके चरित्र उस स्टेज से निकलकर हमारे हवास के इतने करीब आ जाते हैं कि हमें अपने वजूद में उनकी साँसों का उतार-चढाव महसूस होता है...| - डॉ. कमर रईस | जोगेंद्र अपल : फेन और शख्सियत जोगेंद्र पाल ने मुर्दा लफ्जों को नई जिंदगी अता करने की तख्लीकी (रचनात्मक) कोशिश की है ; उनमें आदम बू पैदा की है | उनकी रचनातमक भाषा जानने की जुबान नहीं, जीने की जुबान है | - निजाम सिद्दीकी
Pratinidhi Kahaniyan-Mithileshwar
by Mithileshwarजाने-माने कथाकार मिथिलेश्वर हिन्दी कथा-साहित्य में एक अलग महत्त्व रखते हैं । प्रेमचंद और रेणु के बाद हिन्दी कहानी से जिस गाँव को निष्कासित कर दिया गया था, अपनी कहानियों में मिथिलेश्वर ने उसी की प्रतिष्ठा की है । दूसरे शब्दों में, वे ग्रामीण यथार्थ के महत्त्वपूर्ण कथाकार हैं और उन्होंने आज की कहानी को संघर्षशील जीवन-दृष्टि तथा रचनात्मक सहजता के साथ पुन: सामाजिक बनाने का कार्य किया है । इस संग्रह में शामिल उनकी प्राय: सभी कहानियाँ बहुचर्चित रही हैं । ये सभी कहानियाँ वर्तमान ग्रामीण जीवन के विभिन्न अन्तर्विरोधों को उद्घाटित करती हैं, जिससे पता चलता है कि आजादी के बाद ग्रामीण यथार्थ किस हद तक भयावह और जटिल हुआ है । बदलने के नाम पर गरीब के शोषण के तरीके बदले हैं और विकास के नाम पर उनमें शहर और उसकी बहुविध विकृतियां पहुँची हैं । निस्सन्देह इन कहानियों में लेखक ने जिन जीवन-स्थितियों और पात्रों का चित्रण किया है, वे हमारी जानकारी में कुछ बुनियादी इजाफा करते हैं और उनकी निराडंबर भाषा-शैली इन कहानियों को और अधिक सार्थक बनाती हैं ।
Pratinidhi Kahaniyan-Rajkaml Chaudhry
by Rajkamal Choudharyप्रस्तुत संकलन की कहानियाँ रोटी, सेक्स एवं सुरक्षा के जटिल व्याकरण से जूझते आम जनजीवन की त्रासदी की कथा कहती हैं । राजकमल की मैथिली कहानियों के पात्र जहाँ सामाजिक मान्यताओं के व्यूह में फँसकर भी अपनी परंपराओं के मानदण्ड में परहेज से रहते हैं वहाँ इनकी हिन्दी कहानियों के पात्र महानगरीय जीवन के कशमकश में टूट-बिखर जाते हैं । यौन विकृतियाँ इनकी मैथिली एवं हिन्दी-दोनों भाषाओं की कहानियों का प्रमुख विषय है और दोनों जगह यह अर्थतंत्र द्वारा ही संचालित होती हैं । ये कहानियाँ कहानीकार की गहन जीवनानुभूति और तीक्ष्णतम अभिव्यक्ति का सबूत पेश करती हैं । राजकमल की कहानियाँ न केवल विषय के स्तर पर, बल्कि भाषा एवं शिल्प की अन्यान्य प्रविधियों के स्तर पर भी एक चुनौती है जो कई मायने में सराहनीय भी है और ग्रहणीय भी । इनकी कहानियों का सबसे बड़ा सच है कि जहाँ से इनकी कहानी खत्म होती है, उसकी असली शुरुआत वहीं से होती है ।
Pratinidhi Kahaniyan-Rangeya Raghav
by Rangeya Raghavप्रस्तुत संकलन में जिन दस कहानियों को प्रस्तुत किया है वे हैं :‘पंच परमेश्वर’, ‘नारी का विक्षोभ’,‘देवदासी’, ‘तबेले का धुँधलका’,‘ऊँट की करवट’, ‘भय’, ‘जाति और पेशा’,‘गदल’, ‘बिल और दाना’ तथा ‘कुत्ते की दुम और शैतान : नए टेकनीक्स’।
Pratinidhi Kahaniyan-Shekhar Joshi
by Shekhar Joshiशेखर जोशी की कहानियों में शिल्प और संवेदना के अंतर्संबंधो की सुरम्य रचना के साथ जीवन और समाज के सहज उन्नयन एवं परिवर्तनकारी दृष्टि के प्रति दायित्वबोध साफ़ दृष्टिगोचर होता है ! कथात्मक गठन में भाषा के सूक्ष्म उपयोग का उन जैसा आधुनिक बोध हिन्दी कहानी में अपरिचित है ! अत्यन्त सहज और ठंडी भाषा के माध्यम से ए कहानियाँ हमारे समक्ष जिस यथार्थ का उद्घाटन करती हैं, उसके पीछे समकालीन जन-जीवन की बहुविध विडम्बनाओं को महसूस किया जा सकता है ! सपनों की वास्तविकता से अपरिचित बच्चों की ख़ुशी हो या बिरादरी की दलदल में फँसे व्यक्ति की मनोदशा-लेखकीय दृष्टि उन्हें एक अर्थ-गाम्भीर्य से भर देती है ! उसके पास आदर्शवादी निर्णय हैं तो उनके सामने खड़ा कठोर और भयावह यथार्थ भी है ! वस्तुतः शेखर जोशी की ये कहानियाँ बिना किसी शोर-शराबे के हमारी सोच के विभिन्न स्तरों को स्पर्श और झंकृत करनेवाले रचनात्मक गुणों से परिपूर्ण हैं !
Pratiyogita Darpan Hindi April 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी अप्रैल २०२२
by Pratiyogita Darpanविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं-भारत का विदेश व्यापारः अप्रैल-दिसम्बर, 2021, चीन के नए भूमि सीमा कानून का विरोध क्यों?, भारत-इजरायल सम्बन्धों के तीस वर्ष, झुलसते जंगल और बिगड़ता पर्यावरणीय संतुलन, नींद का महत्व-नींद न आने के कारण एवं नींद लाने के उपाय, कृषि एवं ग्रामीण विकास हेतु संघीय बजट 2022-23 के प्रावधान. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. हल प्रश्न-पत्र-सिविल सेवा मुख्य परीक्षा, 2021, सामान्य अध्ययन-II, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी/नौसेना अकादमी परीक्षा, 2021, उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन परीक्षा, 2021. ऐच्छिक विषय-अर्थशास्त्र, वाणिज्य-उत्तर प्रदेश प्रवक्ता (PGT) भर्ती परीक्षा, 2021. पत्रिका के इस अंक में मध्य प्रदेश पीएससी राज्य सेवा/वन सेवा प्रारम्भिक परीक्षा, 2021 के लिए बिन्दुवार अध्ययन सामग्री तथा मॉडल हल प्रश्न विशेष रूप से दिए गए हैं.
Pratiyogita Darpan Hindi August 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी अगस्त 2022
by Pratiyogita Darpan‘प्रतियोगिता दर्पण’ अगस्त 2022 पत्रिका के प्रस्तुत अंक को आकांक्षाओं के अनुरूप अधिक-से-अधिक उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है, इस पत्रिका में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं- भारत के राष्ट्रपति का निर्वाचन, भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्रों के निष्पादन का एक अवलोकन, राजस्थान में अकाल एवं जल प्रबन्धन, भोजन की बर्बादी पर लगे अंकुश, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के सम्बन्धों में नया आयाम, भारत-जापान सम्बन्ध. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. इनमें से कुछ प्रश्न-पत्र इस प्रकार हैं- हल प्रश्न-पत्र- यू. जी. सी. - नेट / जे. आर.एफ. परीक्षा दिसम्बर 2020 व जून 2021 शिक्षण एवं शोध अभियोग्यता, सिविल सर्विसेज (प्रा.) परीक्षा, 2022 सामान्य अध्ययन- II, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (प्रा.) परीक्षा, 2022 सामान्य अध्ययन - I. ऐच्छिक विषय- समाजशास्त्र, भूगोल यू. जी. सी. - नेट / जे. आर. एफ. परीक्षा, (दिसम्बर 2020 व जून 2021).
Pratiyogita Darpan Hindi December 2020 - Competitive Exam: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी दिसंबर 2020
by Rahul Jainप्रतियोगिता दर्पण हिंदी दिसंबर 2020 में निम्नलिखित मुख्य बातें हैं। पाठक अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ पाएंगे। 1.परमाणु हथियार निषेध संधि जनवरी 2021 में प्रभावी 2.भारत-अमरीका 2+2 वार्ता 3.डेन्मार्क व श्रीलंका के साथ भारत के आभासी शिखर सम्मेलन 4.चुनाव में उम्मीदवारों के व्यय की अधिकतम सीमा में वृद्धि 5.अटल टनल का लोकार्पण 6.शौर्य, पृथ्वी-2, स्मार्ट, रुद्रम, नाग व ब्रम्होस आदि मिसाइलों के सफल परीक्षण 7.आईएनएस कवरत्ती नौसेना में व आईसीजीएस कनकलता बरुआ तटरक्षक बल में शामिल 8.2020-21 की पहली छमाही में देश के वस्तुगत निर्यातों व आयातों में भारी गिरावट 02020-21 की तीसरी मौद्रिक नीति में प्रमुख बैंकिंग दरें अपरिवर्तित 9.मौद्रिक नीति समिति का पुनर्गठन 10.औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार वर्ष में परिवर्तन 11.आयुष्मान सहकार योजना, स्वामित्व योजना 12.मरकरी की ओर अग्रसर अंतरिक्ष यान बेपिकोलंबो शुक्र के निकट पहुँचा 13.ओसिरिस-रेक्स ने बेन्नु एस्टेरॉइड की मिट्टी के नमूने लिए 14.ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107 देशों में भारत का 94वाँ स्थान 15.वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के निष्पादन पर एडीबी व आईएमएफ की रिपोर्ट्स 16.फ्रांसीसी ओपन टेनिस (2020) 17.उ.प्र. सिविल सेवा, 2018 नोबेल पुरस्कार-2020 : विश्व खाद्य कार्यक्रम को शांति का नोबेल 18. हल प्रश्न-पत्र : सिविल सेवा प्रा., 2020, उत्तर प्रदेश पीसीएस प्रा., 2020, बिहार बी.एड. संयुक्त प्रवेश, 2020, आईबीपीएस पीओ/एमटी (प्रा.), 2019 , केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल/ दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर, 2019
Pratiyogita Darpan Hindi Feb 2021
by Pratiyogita Darpanप्रतियोगिता दर्पण फरवरी 2021 के मुख्य बिन्दु इस प्रकार हैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को अमरीका का शीर्ष सैन्य सम्मान-लीजन ऑफ मेरिट • नई दिल्ली में नए संसद भवन के निर्माण हेतु शिलान्यास • पीएसएलवी-सी 50 के जरिए संचार उपग्रह सीएमएस-01 का प्रक्षेपण • 2014-18 की अवधि में देश में तेंदुओं की संख्या में 62.5 प्रतिशत की वृद्धि • बिहार में राजगीर में भारत का दूसरा ग्लास ब्रिज • लक्षद्वीप पूर्णतः जैविकीय कृषि वाला पहला केन्द्र शासित क्षेत्र • 2020-21 की चौथी मौद्रिक नीति : सभी प्रमुख बैंकिंग दरें अपरिवर्तित • ब्रिटेन व यूरोपीय संघ के बीच व्यापार समझौता • नेपाल में संसद भंग : अप्रैल-मई में नए चुनाव • मोरक्को व इजरायल के बीच भी राजनयिक सम्बन्ध हेतु सहमति • एवरेस्ट शिखर की ऊँचाई के सम्बन्ध में नेपाल व चीन का ताजा संयुक्त आकलन 1023 दिन में चन्द्रमा की सतह से मिट्टी के नमूने लेकर लौटा चीन का चांग' ई 5 • चन्द्रमा की धरती पर मानव भेजने को अमरीका का आर्टमिस मिशन • रूस द्वारा अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट अंगारा-ए 5 का दूसरा परीक्षण • यूएनडीपी की मानव विकास रैंकिंग (2020) में भारत का 131वाँ स्थान • फीफा के वर्ष 2020 के सर्वश्रेष्ठ फुटबालर, वर्ल्ड एथलेटिक्स के सर्वश्रेष्ठ एथलीट, आईसीसी के दशक के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर व अन्य खेल पुरस्कार मॉडल हल • उ.प्र. प्रवक्ता इतिहास
Pratiyogita Darpan Hindi February 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी फरवरी 2022
by Pratiyogita Darpan‘प्रतियोगिता दर्पण’ 2022 पत्रिका के प्रस्तुत अंक को आकांक्षाओं के अनुरूप अधिक-से-अधिक उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है, प्रकाशन से सम्बन्धित सभी लोगों के सामूहिक प्रयास एवं सहयोग से यह अंक इतना अधिक परीक्षोपयोगी बन पाया है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं। इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं- विश्व एनर्जी मानचित्र और भारत की तेल रणनीति, क्या जलवायु परिवर्तन चुनौती का जवाब कॉप 26 है, अफगानिस्तान संकट में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का प्रभाव एवं चुनौतियाँ, टिकाऊ खेती और पर्यावरण सुरक्षा। पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं।
Pratiyogita Darpan Hindi January 2021 - Competitive Exam: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी जनवरी 2021
by Rahul Jainप्रतियोगिता दर्पण हिंदी जनवरी 2021 में निम्नलिखित मुख्य बातें हैं। पाठक अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ पाएंगे। 1)नोवाक जोकोविच का छठी बार एटीपी की वर्षांत रैंकिंग में शीर्ष स्थान 2)लुइस हैमिल्टन : सातवीं बार फार्मूला-1 रेसों के विश्व चैम्पियन 3)बिहार में एनडीए का सत्ता पर कब्जा बरकरार-नीतीश कुमार पुनः मुख्यमंत्री बने 4)पीएसएलवी-सी 49 के जरिए पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस1 का प्रक्षेपण 5)लक्ष्मी विलास बैंक के डीबीएस बैंक इंडिया लि. में विलय की योजना 6)'क्वाड' देशों का संयुक्त नौसैनिक अभ्यास-मालाबार 2020 7)बुकर पुरस्कार-2020 8)भारत-इटली आभासी शिखर सम्मेलन 9)भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन 10)जी-20 शिखर सम्मेलन (2020) 11)शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (2020) 12)आसियान शिखर सम्मेलन (2020) (पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन व आसियान-भारत शिखर सम्मेलन आदि सहित) 13)एपेक शिखर सम्मेलन (2020) 14)स्वतंत्र व्यापार समझौते आरसेप (RCEP) पर हस्ताक्षर 15)चन्द्रमा की सतह से चट्टानों के नमूने लाने के लिए चीन के 'चांग-ई-5' मिशन का प्रक्षेपण 16)मुंबई इंडियंस पाँचवीं बार आईपीएल की विजेता 17)हल प्रश्न-पत्र : उ.प्र. लोक सेवा आयोग समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रा.), 16, केन्द्रीय विद्यालय संगठन प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भर्ती, 18, आई.बी.पी.एस. आर.आर.बी. ऑफीसर (प्रा.), 19,.नाबार्ड (ग्रेड-बी) ऑफीसर, 20
Pratiyogita Darpan Hindi January 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी जनवरी 2022
by Pratiyogita Darpanविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से ‘प्रतियोगिता दर्पण’ इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं- क्षेत्रीय विषमताओं के बीच जनांकिकीय उपलब्धियाँ: पाँचवाँ राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20, आपदारोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन (सीडीआरआई), हरित पथ की ओर अग्रसर भारत, भारतीय बैंकिंग उद्योग की अद्यतन प्रवृत्तियाँ, भारत में सम्पूर्ण साक्षरता का लक्ष्य और चुनौतियाँ, भारत के राष्ट्रपति का निर्वाचन कैसे होता है?. वर्तमान में लैंगिक भेदभाव मिटाने की चुनौती, कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान ग्रामीण भारत में सरकारी विद्यालयों को प्राथमिकता आदि. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. इनमें से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पी.सी.एस./ आर एफ.ओ. (प्रा.) परीक्षा, 2021, हरियाणा सिविल सेवा (प्रा.) परीक्षा, 2021, एस एस सी.स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2020, राजस्थान पी. एस. सी. सब-इंस्पेक्टर पुलिस परीक्षा, 2021 आदि प्रश्न-पत्र दिए गए हैं.
Pratiyogita Darpan Hindi June 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी जून 2022
by Pratiyogita Darpanविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं-विकासमान भारतीय बैंकिंग प्रणाली: स्वरूप और सम्भावनाएं, 18वाँ आसियान-भारत एवं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, सल्तनत कालीन स्थापत्य कला, रूस-यूक्रेन युद्ध और बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था, खाद्य एवं अपशिष्ट प्रबन्धन, महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षा की धारणा और इसकी समसामयिक प्रासंगिकता, राजस्थान में अक्षय ऊर्जा उत्पादन: विकास और ब्यूह रचना, कृषि में बीज उपचार की उपयोगिता, ऐश्वर्य और सद्गुण से जीवन में सफलता का रास्ता खुलता है. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. हल प्रश्न-पत्र- एस. एस. सी. संयुक्त स्नातक स्तरीय (प्रथम चरण) परीक्षा, 2020, बिहार सब-इंस्पेक्टर पुलिस (प्रा.) परीक्षा, 2021, दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड टी. जी. टी. परीक्षा, 2021, उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन परीक्षा, 2021. वर्षांत समीक्षा 2021- इलेक्ट्रोनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय आदि प्रश्न-पत्र दिए गए हैं.
Pratiyogita Darpan Hindi March 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी मार्च २०२२
by Pratiyogita Darpanविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं- सोलह महाजनपद: विशद विश्लेषण, ब्रह्माण्ड के रहस्य खोलेगा जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप, कोविड वैक्सीन बूस्टर डोज, चीन और ताइवान के बीच बढ़ता विवाद, धर्मनिरपेक्षता बनाम हिन्दुत्व, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट का प्रबंधन, खेती में पैर पसारती गाजर घासः समस्या और समाधान, भारतीय बैंकिंग उद्योग में गैर-निष्पादक परिसम्पत्तियाँ (एनपीए) आदि. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. हल प्रश्न-पत्र-एस.एस.सी. संयुक्त स्नातक स्तरीय (चरण-I) परीक्षा, 2020, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रा.) परीक्षा, 2021, आर.पी.एस.सी. पुलिस सबइंस्पेक्टर परीक्षा, 2021.
Pratiyogita Darpan Hindi May 2022: प्रतियोगिता दर्पण हिंदी मई 2022
by Pratiyogita Darpanविभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी बनाने की दृष्टि से इस अंक में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं विश्लेषणात्मक लेख, दिए गए हैं. इनमें से कुछ लेख इस प्रकार हैं- वैश्विक सूचकांकों (2021-22) में भारत, क्रिप्टो करेंसी का वर्तमान और भविष्य: एक अवलोकन, अफगानिस्तान संकट का कारण एवं प्रभाव, निजता का अधिकार: मौलिक अधिकार, कॉप 26 में भारत कि बढती धमक, स्मार्टतकनीक से स्मार्ट खेती. पत्रिका के सर्वाधिक महत्वपूर्ण भाग में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के चयनित हल प्रश्न-पत्र आवश्यक व्याख्या एवं संकेतों के साथ दिए गए हैं. हल प्रश्न-पत्र- सिविल सेवा मुख्य परीक्षा, 2021, सामान्य अध्ययन-I, सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा, 2021, एस. एस. सी. संयुक्त स्नातक स्तरीय (प्रथम चरण) परीक्षा, 2020. वर्षांत समीक्षा 2021- जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग. पत्रिका के इस अंक में बिहार पी. एस. सी. प्रारम्भिक परीक्षा हेतु बिन्दुवार अध्ययन सामग्री तथा मॉडल हल प्रश्न विशेष रूप से दिए गए हैं.
Pratiyogita Darpan Hindi November 2020 - Competitive Exam: प्रतियोगिता दर्पण नवंबर 2020
by Pd Group Indiaप्रतियोगिता दर्पण नवंबर 2020 में निम्नलिखित मुख्य बातें हैं। पाठक अपने सभी प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ पाएंगे। 1.कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधारों हेतु तीन नए अधिनियम 2.विपणन वर्ष 2021-22 के लिए रबी उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य 3.सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट : त्रिभुजाकार में नए संसद भवन के निर्माण की योजना 4.मिशन कर्मयोगी सांसदों की स्थानीय क्षेत्र विकास निधि दो वर्ष के लिए स्थगित 5.राज्यों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंक : आन्ध्र प्रदेश का पहला स्थान 6.विश्व बैंक की मानव पूँजी सूचकांक रिपोर्ट 2020 : भारत का 116वाँ स्थान 7.आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक (2020):162 देशों में भारत का 105वाँ स्थान 8.वैश्विक नवाचार सूचकांक (2020) : 131 देशों में भारत का 48वाँ स्थान 9.पाँच दशको में पृथ्वी की 68 प्रतिशत प्रजातियाँ विलुप्त : डब्ल्यूडब्ल्यूएफ रिपोर्ट 10.संयुक्त अरब अमीरात व बहरीन के इजरायल के साथ शांति समझौते : व्हाइट हाउस में हस्ताक्षर 11.अमरीकी ओपन टेनिस (2020) : डोमिनिक थिएम व नाओमी ओसाका विजेता 12.हल प्रश्न-पत्र :- सिविल सेवा प्रारम्भिक 2020, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी 2020, यू.जी.सी. नेट/जे.आर.एफ.2019, हरियाणा शिक्षक पात्रता, 2019, नाबार्ड ग्रेड 'B' अधिकारी, 2020, इण्डियन बैंक एस. ओ. 2020