- Table View
- List View
Loktantrik Rajneeti
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 9th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Loktantrik Rajneeti -2
by National Council Of Educational Research TrainingThis book prescribed by central board of secondary education, India for the students of class 10th subject Social Science, studying through hindi medium. This accessible version of the book doesn’t leave any part of the book. The book is handy companion of the school and university students desiring to read facts in interesting way. NCERT books are must read for aspirants of competitive and job related examinations in India.
Loktantrik Rajniti 1 class 9 - NCERT: लोकतांत्रिक राजनीति 1 9वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलोकतांत्रिक राजनीति 1 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच अध्याय है। इस किताब में अध्याय की सामग्री को सहलियत से पढाने में खंड और उप-खंड आपके लिए मददगार साबित होंगे। इससे आप अध्याय की बातों को एक-एक करके उठा सकेंगे। अमूमन हर अध्याय को चार खंडों में बाँटा गया है। एक खंड को आप तीन 'पीरियड' में पूरा कर सकते हैं। खंड के शीर्षक के साथ संख्या दी गई है। शीर्षक इस बात का इशारा है कि अध्याय के भीतर अब नई बात शुरू होने जा रही है। उप-खंडों के शीर्षक के सहारे किसी बात को बिंदुवार बताने में आपको सहूलियत होगी। मुख्य बात को ज़्यादा स्पष्ट करने वाली अतिरिक्त सूचनाओं अथवा विश्लेषण को बॉक्स में डाला गया है। 'बॉक्स' मुख्य पाठ का ज़रूरी हिस्सा है और इसे भी पढ़ना है।
Loktantrik Rajniti 2 Class 10 - NCERT: लोकतांत्रिक राजनीति 2 10वीं कक्षा - एनसीईआरटी
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलोकतांत्रिक राजनीति भाग 2 10वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल आठ अध्याय है। इस किताब के आरंभिक छह अध्यायों की विषयवस्तु इसी पर केंद्रित है। अध्याय-1 और अध्याय-2 आपस में जुड़े हुए हैं। इनमें सत्ता की साझेदारी की धारणा का परिचय दिया गया है और इस बात का विस्तार करते हुए उसे सरकार के विभिन्न स्तरों पर होने वाली सत्ता की साझेदारी के संदर्भ में प्रस्तुत किया गया है। इसी तरह अध्याय-3 और अध्याय-4 आपस में संबद्ध हैं। इनमें विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच सत्ता की साझेदारी और एक-दूसरे की समाई के बारे में लिखा गया है। अगले दो अध्याय भी एक इकाई की तरह हैं। ये अध्याय बताते हैं कि विभिन्न राजनीतिक संगठन और आंदोलन किस तरह लोकतंत्र के लिए जरूरी हैं। सातवें अध्याय में लोकतंत्र के परिणामों का जिक्र है। इस अध्याय में चर्चा इस बात की चलाई गई है कि लोकतंत्र ने क्या-क्या हासिल किया है और क्या कुछ हासिल करना अभी बाकी है। सातवें अध्याय की चर्चा हमें आठवें अध्याय की ओर ले जाती है। इसमें आज के दौर में लोकतंत्र के सामने मौजूद चुनौतियों और इन चुनौतियों से निपटने के तरीकों का जिक्र किया गया एक-एक करके जैसे-जैसे हम विभिन्न अध्यायों के पड़ाव से गुजरते जाते हैं- लोकतंत्र का अर्थ विस्तृत होता जाता है।
Loktantrik Rajniti Bhag-1 class 9 - JCERT: लोकतांत्रिक राजनीति भाग-१ ९वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiयह पुस्तक "लोकतांत्रिक राजनीति" कक्षा 9 की राजनीति विज्ञान के विषय पर आधारित है, जिसमें लोकतंत्र की परिभाषा, इसकी विशेषताएँ और इसके महत्व को सरल भाषा में समझाया गया है। इसमें लोकतंत्र का परिचय, संविधान निर्माण, चुनावी राजनीति और लोकतांत्रिक संस्थाओं का कार्यक्षेत्र बताया गया है। पुस्तक का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को राजनीति के सिद्धांत और वास्तविकता से परिचित कराना है ताकि वे लोकतंत्र के महत्त्व और इसकी जटिलताओं को समझ सकें। विभिन्न अध्यायों के माध्यम से लोकतंत्र की परिभाषा, लोकतंत्र के चुनावी प्रक्रिया, अधिकार और कर्तव्यों पर चर्चा की गई है। इसमें बताया गया है कि लोकतंत्र सिर्फ सरकार का एक स्वरूप नहीं है, बल्कि यह नागरिकों के लिए एक जिम्मेदारी और उनके अधिकारों की सुरक्षा का भी साधन है। पुस्तक में चित्र, कार्टून और कथाओं का प्रयोग करके विद्यार्थियों को विषय की ओर आकर्षित करने की कोशिश की गई है। इसके साथ-साथ, किताब में राजनीति की पेचीदगियों और संवैधानिक ढांचे पर भी गहन चर्चा की गई है ताकि छात्र इन सिद्धांतों को अपने जीवन और समाज में लागू कर सकें।
Loktantrik Rajniti Bhag-1 class 9 - NCERT - 23: लोकतांत्रिक राजनीति भाग-१ ९वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by Rashtriy Shaikshik Anusandhan Aur Prashikshan Parishadलोकतांत्रिक राजनीति-1 9वीं कक्षा का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने पुस्तक हिंदी भाषा में प्रकाशित किया गया है, इस पुस्तक में कुल पाँच अध्याय है। इस किताब में अध्याय की सामग्री को सहलियत से पढाने में खंड और उप-खंड आपके लिए मददगार साबित होंगे। इससे आप अध्याय की बातों को एक-एक करके उठा सकेंगे। अमूमन हर अध्याय को चार खंडों में बाँटा गया है। एक खंड को आप तीन 'पीरियड' में पूरा कर सकते हैं। खंड के शीर्षक के साथ संख्या दी गई है। शीर्षक इस बात का इशारा है कि अध्याय के भीतर अब नई बात शुरू होने जा रही है। उप-खंडों के शीर्षक के सहारे किसी बात को बिंदुवार बताने में आपको सहूलियत होगी। मुख्य बात को ज़्यादा स्पष्ट करने वाली अतिरिक्त सूचनाओं अथवा विश्लेषण को बॉक्स में डाला गया है। 'बॉक्स' मुख्य पाठ का ज़रूरी हिस्सा है और इसे भी पढ़ना है।
Loktantrik Rajniti Bhag-2 class 10 - JCERT: लोकतांत्रिक राजनीति भाग-२ १०वीं कक्षा - जेसीईआरटी
by Jharkhand Shaikshik Anusandhan Evam Prashikshan Parishad Ranchiलोकतांत्रिक राजनीति - 2 कक्षा 10 की राजनीति विज्ञान की पुस्तक है, जो लोकतंत्र, सत्ता की साझेदारी, संघवाद, सामाजिक विविधता, और जाति, धर्म व लैंगिक मुद्दों पर केंद्रित है। इसमें बेल्जियम और श्रीलंका जैसे देशों के उदाहरणों के माध्यम से सत्ता के विकेंद्रीकरण की आवश्यकता को समझाया गया है। पुस्तक बताती है कि लोकतंत्र में सत्ता का बंटवारा न केवल विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव को कम करता है, बल्कि राजनीतिक स्थिरता को भी बढ़ावा देता है। इसके साथ ही, संघीय ढांचे की महत्ता, जाति-धर्म की राजनीति, और राजनीतिक दलों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है, जिससे लोकतंत्र को अधिक समावेशी और उत्तरदायी बनाने के प्रयास किए गए हैं।
Loktantrik Rajniti Bhag-2 class 10 - NCERT - 23: लोकतांत्रिक राजनीति भाग-२ १०वीं कक्षा - एनसीईआरटी - २३
by NcertThis book is prescribed for the student of class 10. This book is about the Indian Constitution and Polity.
Loktantrik Rajniti class 10 - Himachal Pradesh Board: लोकतांत्रिक राजनीति कक्षा १० - लोकतांत्रिक राजनीति कक्षा १० - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 10 के लिए "सामाजिक विज्ञान लोकतांत्रिक राजनीति" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। यह "राष्ट्रीय पाठ्यक्रम निर्देशिका 2005" के प्रेरणा से लिखा गया है और लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं को छात्रों को परिचित कराने का उद्देश्य रखता है। यह किताब अपनी कथाओं, चित्रों, पहेलियों और कार्टूनों के माध्यम से विद्यार्थियों से हेल-मेल करती है। इस बार दृश्य सामग्री बढ़ा दी गई है और 'प्लस बाक्स' के नाम से एक नयी चीज़ जोड़ी गई है। 'इस किताब का उपयोग ऐसे करें' शीर्षक के अंतर्गत सभी नयी पुरानी विशेषताओं का ज़िक्र किया गया है। इसे ज़रूर पढ़ें। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पुस्तक आपको सीख या उपदेश देने की कोशिश नहीं करती। यह आपसे बातचीत करना चाहती है। आप भी मानेंगे कि लोकतंत्र के बारे में सोचने का यही लोकतांत्रिक तरीका है।
Loktantrik Rajniti class 9 - Himachal Pradesh Board: लोकतांत्रिक राजनीति कक्षा 9 - हिमाचल प्रदेश बोर्ड
by Himachal Pradesh Board of School Education - Dharamshalaहिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला द्वारा प्रकाशित कक्षा 9 के लिए "सामाजिक विज्ञान लोकतांत्रिक राजनीति" का डिजिटल संस्करण, 2013 से 2022 तक की विभिन्न संस्करणों और पुनर्मुद्रितियों को शामिल करता है। इसका सारांश पाठ्यक्रम और शिक्षण प्रक्रिया के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में काम करता है। यह मूल्यांकन, संबोधन, और अच्छी तरह से प्रस्तुत सामग्री की महत्वता पर जोर देता है। यह "राष्ट्रीय पाठ्यक्रम निर्देशिका 2005" के प्रेरणा से लिखा गया है और लोकतंत्र के विभिन्न पहलुओं को छात्रों को परिचित कराने का उद्देश्य रखता है। यह शिक्षकों से प्रतिक्रिया प्राप्त करने को प्रोत्साहित करता है, और छात्रों के बीच गहन विचार और सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है। सरकारी स्कूलों में पाठ्यपुस्तकों का मुफ्त वितरण और शिक्षा और सामाजिक उन्नति के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए, इसका समापन एक पत्र सहित होता है जिसमें शिक्षकों और माता-पिता को संवाद किया गया है, जिसमें नागरिक शास्त्र पाठ्यक्रम में परिवर्तनों का वर्णन किया गया है और पाठ्यपुस्तक निर्माण के सहयोगी प्रयास का जिक्र किया गया है।
Loktantrik Rajniti Class 9 - RBSE Board: लोकतांत्रिक राजनीति 9वीं कक्षा - आरबीएसई बोर्ड
by Madhyamik Shiksha Board Rajasthan Ajmerलोकतांत्रिक राजनीति 1 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान हेतु कक्षा नवमी के हिन्दी विषय हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। इस पुस्तक में कुल पाँच अध्याय है। इस किताब में अध्याय की सामग्री को सहलियत से पढाने में खंड और उप-खंड आपके लिए मददगार साबित होंगे। इससे आप अध्याय की बातों को एक-एक करके उठा सकेंगे। अमूमन हर अध्याय को चार खंडों में बाँटा गया है। एक खंड को आप तीन 'पीरियड' में पूरा कर सकते हैं। खंड के शीर्षक के साथ संख्या दी गई है। शीर्षक इस बात का इशारा है कि अध्याय के भीतर अब नई बात शुरू होने जा रही है। उप-खंडों के शीर्षक के सहारे किसी बात को बिंदुवार बताने में आपको सहूलियत होगी। मुख्य बात को ज़्यादा स्पष्ट करने वाली अतिरिक्त सूचनाओं अथवा विश्लेषण को बॉक्स में डाला गया है। 'बॉक्स' मुख्य पाठ का ज़रूरी हिस्सा है और इसे भी पढ़ना है।
Lomdi Aur Jameen
by ChakmakThe book is describe about many interesting stories . Children will be happy to reading these stories. प्रस्तुत पुस्तक में कई रोचक कहानियों का वर्णन किया गया है। इन कहानियों को पढ़कर बच्चे खुश होंगे।
Louis Braille Ki Kahani
by Manimala DasThe book, gives the history of Braille. Louis Braille the inventor of braille has been featured around the globe as hope to the visually impaired and has given dignity and purpose of living. प्रस्तुत पुस्तक में ब्रेल के इतिहास के साथ-साथ उस असाधरण आविष्कारक के जीवन को भी चित्रित किया गया है जिसने विश्व भर में नेत्रहीनों को एक उम्मीद, सम्मान और जीने का मकसद दिया गया है।
The Lousy Man: द लाउजी मैन
by Santosh Pathakविकास सैनी एक ऐसा हौव्वा था जिससे कलपुरा और उसके आस-पास के इलाके में हर कोई खौफ खाता था। हद दर्जे का खतरनाक और घटिया आदमी, जो किसी की बहन बेटी उठवा सकता था, तो गांव की किसी औरत को अपनी कीप बनकर रहने को मजबूर भी कर सकता था। ऐसे आदमी से उसी के इलाके में पंगा लेना क्या कोई मामूली काम था, मगर मैंने लिया, क्योंकि आदत और प्रोफेशन दोनों की मजबूरी थी। लेकिन बाद में जो कुछ घटित हुआ उससे मैं पनाह मांग गया। एक वक्त वह भी आया जब मुझे लगने लगा कि कलपुरा का वह केस मेरी जिंदगी का आखिरी असाइनमेंट बनकर रह जायेगा।
Maa
by Maxim GorkiInitially published in English, this book displays the power of the common man. The book is based on some of the real incidents with Powel Blasov and his mother Nilovena. Written during the years 1905-07 this book is still popular with the readers all over the world
Maa Jaya Bhai
by Gijjubhai Badhekaगिजुभाई बधेका दवारा रचित कहानी “माँ-जाया भाई” में छोटी-छोटी बाल-कथाएँ है जो समाज-सेवा के ऊँचे आदर्शो की झाँकी प्रस्तुत करती है तथा पाप-और पुण्य का भेद मिटा कर प्रेम की भावना उत्पन्न करती है। The book “Maa-Jaya Bhai” is written by “Gijubhai Badheka” . There are small stories in this book which presents a tableau of social service of high ideals and erase the sin and virtue distinctions and generates a sense of love.
Maalgudi ki Kahaniyan
by R. K. NarayanIndian short stories offer readers an authentic peek into the various aspects of Indian life. The ones that have been written by R.K. Narayan stand out in the large collections of Indian short tales available for reading. Malgudi Ki Kahaniyan (Hindi) is a set of stories that are based in the fictional town of Malgudi. The town of Malgudi is a South Indian village created by the author and offers a valuable peek into the quality of rural life during the pre-independence era. The characters in these stories come from different walks of life and each has a unique tale to tell.
Maan: माँ
by Maxim Gorkyएक बार जब हम इस विचार को स्वीकार कर लेते हैं कि कला जनता को एकजुट करने का एक साधन है, तो फिर हम गोर्की के सम्पूर्ण कृतित्व की, और ख़ास तौर पर उनके 'माँ' उपन्यास की महत्ता स्वीकार किये बिना नहीं रह सकते। 'माँ' मज़दूर वर्ग के बारे में है, मानव-सम्बन्धों को सुधारने में मज़दूर वर्ग की भूमिका के बारे में है। इसका मतलब यह है कि यह पुस्तक सिर्फ मज़दूर वर्ग के लिए ही नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया की समूची जनता के लिए है।
Machhuarey
by Takashi Shivshankar PillaiStory of a simple romance woven around the blind faith of the fishermen in coastal area of Kerala. Awarded by Sahitya Akademi in 1957, it presents the real picture of fishermens' lives.
Madhuban Sabda Sampada: Hindi Dictionary
by Vikas Publishing House Pvt. Ltd.सभी शब्दों के विभिन्न अर्थ, वर्ण-विच्छेद, व्याकरणिक-कोटि, अनेकार्थक शब्द, ऊनार्थक शब्द, एकार्थक शब्द, पुनरुक्त शब्द, वाक्यांश के लिए एक शब्द, विपरीतार्थक शब्द, श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द, समानार्थक शब्द, समूहार्थक शब्द और अर्थ सहित मुहावरे व लोकोक्तियाँ
Madhyakalin Bharat me Itihas lekhan, Dharm aur rajya ka Swaroop
by Satish ChandraIn this book, essays on medieval Indian society, culture, including articles on the state have been selected. In places blocks where history writing and culture has been discussed, they display the changes which came in historical thinking in India after Independence.
Madhyakalin Bharat Rajniti, Samaj Aur Sanskriti - Ranchi University, N.P.U: मध्यकालीन भारत राजनीति, समाज और संस्कृति - राँची यूनिवर्सिटी, एन.पी.यू.
by Satish Chandraमध्यकालीन भारत राजनीति, समाज और संस्कृति यह पुस्तक इतिहास के काल का वर्णन प्रस्तुत करती है, प्रस्तुत पुस्तक में विस्तार से इन अंतरों का पता लगाने की कोशिश किए बगैर आठवीं सदी से सत्रहवीं सदी की समाप्ति तक भारत के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रवृत्तियों के अभ्युदय के अध्ययन का प्रयास किया गया है । इन सभी पहलुओं को एक खंड में समायोजित करना कठिन काम था । इस कार्य के पीछे ध्येय यह रहा है कि पिछले चार दशकों में इतिहासकारों द्वारा मध्यकालीन भारतीय इतिहास को एक नई दिशा देने के प्रयासों को एक जगह लाने से इसके प्रति आम लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी । साथ ही, मध्यकालीन भारत में राज्य की प्रकृति, लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और उस अवधि में आर्थिक विकास की प्रवृत्ति को लेकर हाल में उठे विवादों को सही परिप्रेक्ष्य में देखा जा सकेगा । इस पुस्तक में यह दर्शाया गया है कि बड़े साम्राज्यों के अभ्युदय और फिर छोटे खंडों में विभाजन और एकीकरण का मतलब हमेशा आर्थिक निष्क्रियता और सांस्कृतिक ह्रास ही नहीं रहा है, भारतीय इतिहास के मध्यकाल की तुलना अकसर तुर्क और मुगल शासनकाल से की जाती है जिसका अर्थ है सामाजिक कारकों की जगह राजनीतिक कारकों को प्राथमिकता देना । यह अवधारणा इस मान्यता पर भी आधारित है कि पिछली कई सदियों के दौरान भारतीय समाज में बहुत थोड़ा बदलाव आया है । इतिहासकारों ने भारत में जनजातीय समाज के क्षेत्रीय राज्यों में तब्दील होने का मूल्यांकन किया है ।
Mahabharat
by Gunvant Shahमहाभारत एक विशाल ग्रंथ है तथा इसमें मानवजीवन का सर्वोत्तम इतिहास उपलब्ध है| व्यास ने इसमें मानवस्वभाव के वैविध्यपूर्ण प्रकारों के विषय में अपना दर्शन प्रस्तुत किया है| यह जीवन का इतिहास है, अमर इतिहास है| महाभारत के रूप में यह एक बहुत विशाल विश्वकोश है, जिसकी रचना का श्रेय हमारे देश को है तथा इसमें मुख्य कथा के आधार पर बीच-बीच में अनेक स्थलों पर भूगोल, इतिहास, राजनीति इत्यादि विषयक कई बातों को गूँथ लिया गया है| ज्ञान की विविधता के साथ-साथ व्यापकता में महाभारत बेजोड़ है| जीवन की ऐसी कोई शाखा नहीं बची होगी, जिस पर महाभारत में प्रकाश न डाला गया हो| यह हमारे समाज का `एन्साइक्लोपीडिया' है, विश्वकोश है| विनोबा भावे
Mahabharat Ka Rahasya: महाभारत का रहस्य
by Christopher C. Doyle224 ईसापूर्व महान सम्राट अशोक को एक प्राचीन और भयावह रहस्य का पता चलता है - एक ऐसा रहस्य जो महाभारत की गहराईयों मैं समाया था; ऐसा रहस्य जो दुनिया को नष्ट कर सकता है; ऐसा जो 2300 वर्षों से छुपा हुआ था| वर्तमान काल - एक सेवानिवृत परमाणु वैज्ञानिक की हत्या हो जाती है| वः कुछ सुरागों से भरे ईमेल सन्देश अपने भतीजे के लिए छोड़ जाता है| वह और उसके दोस्त गूढ़ संकेतों के सहारे सुरागों का और 2000 साल पुराने खण्डरों का पीछा करते है| ज़बरदस्त विनाशकारी ताकतें उनके पीछे लगी हुई हैं और वे अतीत के रहस्यों तथा वर्त्तमान की कुटिल चालों के बीच फँसे हुए हैं| ऐसे में, इसके पहले कि दुनिया अवर्णनीय आतंक की शिकार हो, क्या वे उस रहस्य को सुलझा पाएंगे| व्यंग्य और गंभीर संवेदना के संतुलन को साधने की अपनी चिर-परिचित शैली में नीलोत्पल मृणाल ने इस उपन्यास को लिखते हुए हिंदी साहित्य की चलती आ रही सामाजिक सरोकार वाली लेखन को थोड़ा और आगे बढ़ाया है।.
Mahadevi Rachna Sanchayan
by Vishwanath Prasad TiwariMahadevi Rachna Sanchayan is the collection of the stories and poems taken from Verma's personal and social life. It describes the pathetic condition of the neglected, depressed and humiliated society.